शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी
जैसलमेर में हुए भीषण बस हादसे के बाद प्रदेशभर में परिवहन विभाग हरकत में आ गया है। इसी क्रम में शाहपुरा में जिला परिवहन विभाग ने अवैध रूप से संचालित बसों के खिलाफ विशेष अभियान चलाते हुए सख्त कार्रवाई की है। विभागीय टीम ने शुक्रवार को शाहपुरा क्षेत्र में जांच अभियान के दौरान 5 स्लीपर कोच बसों को सीज किया, जो बिना अनुमति अवैध रूप से मॉडिफाइड कर सड़कों पर चलाई जा रही थीं।
परिवहन विभाग की इस कार्रवाई से बस संचालकों में हड़कंप मच गया है। बताया गया कि कई स्लीपर कोच बसें बिना सुरक्षा मानकों और अनुमति के यात्रियों को परिवहन कर रही थीं, जो दुर्घटनाओं की बड़ी वजह बन सकती हैं। शाहपुरा के परिवहन अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान 11 बसों के चालान काटे गए तथा वाहन मालिकों को नोटिस जारी किए गए हैं। इनमें से कई बसों के आरसी सस्पेंड करने के नोटिस भी जारी किए गए हैं। विभाग ने स्पष्ट किया कि बिना वैधानिक अनुमति के किसी भी बस में स्लीपर मॉडिफिकेशन नहीं किया जा सकता।
जांच के दौरान यह भी पाया गया कि कुछ बसों में सीटों को हटाकर स्लीपर कैबिन बनाए गए थे, जिससे न तो पर्याप्त निकासी मार्ग था और न ही अग्नि सुरक्षा उपकरण मौजूद थे। इन खतरनाक परिवर्तनों के चलते यात्रियों की जान पर जोखिम बना रहता है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि शाहपुरा सहित भीलवाड़ा जिले में चल रही कई बसें अनुमति से अलग मार्गों पर संचालित हो रही हैं। अब इन पर भी सख्त निगरानी रखी जाएगी।
परिवहन विभाग ने सभी बस ऑपरेटरों को चेतावनी दी है कि यदि किसी वाहन में बिना स्वीकृति परिवर्तन पाया गया तो बस को जब्त कर उसके पंजीकरण प्रमाण पत्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाएगा।
जैसलमेर हादसे के बाद से ही प्रदेशभर में बस सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। परिवहन विभाग ने कहा है कि यह अभियान आगामी दिनों में और तेज किया जाएगा ताकि सड़कों पर चलने वाले सभी यात्री वाहन सुरक्षा मानकों का पालन करें।


