मोड़ का निंबाहेड़ा
(सुरेश चंद्र मेघवंशी)
राज्य सरकार भले ही महिलाओं एवं दलितों की सुरक्षा के कितने ही दावे कर ले ,लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही है । अपराधियों में अब ना ही पुलिस का खौफ है , ना ही कानून का । बदमाशों के हौसले इतने बुलंद है की सरेआम महिलाओं से मारपीट करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं , मंगलवार शाम को मांडल थाना क्षेत्र के जीवलिया चौराहे पर बदमाश ने बस स्टैंड पर सरेआम दलित महिलाओं से मारपीट करते हुए घायल कर दी , मंगलवार देर रात्री को महिलाओं ने थाने की शरण ली। महिलाओं ने आरोपी के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया ।
यह है मामला
पीड़िता संजू मेघवंशी सिडियास (बलाई खेड़ा) ने थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि मैं मंगलवार शाम को अपने पति के साथ बलाई खेड़ा से ससुराल बनेड़ा जा रही थी , शाम को 7:30 बजे के आसपास जिवलिया चौराहे पर आरोपी रामकरण पिता मोहनलाल जाट जिवलीया निवासी बाइक लेकर सामने आया , हमारे ऊपर गाड़ी चढ़ाने की नीयत से टक्कर मार दी और मेरे वह मेरे पति के साथ मारपीट करते हुए जातिगत गालियां निकालने लगा। मेने विरोध किया तो आरोपी ने जानलेवा हमला किया , तभी मेने शोर मचाने पर मेरी रिश्तेदार महिला राजेश्वरी पति सुरेश बलाई एवं उनकी बेटी अर्चना मेघवंशी दौड़कर आई और बीच बचाव की कोशिश की , लेकिन आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और बीच बचाव करने वाली बालिका वह महिला से मारपीट करने लगा और धमकी देते हुए फरार हो गया । महिलाओं ने रात को थाने में शरण ली और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया , वहीं रामकरण जाट पर अपराधी किस्म का आरोप लगाते हुए पुलिस से सुरक्षा की मांग की है ।
पुलिस ने महिलाओं का मेडिकल करवाकर आरोपी पर भारतीय दंड संहिता 1860 के तहत 341, 323 एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिनियम 3(1)(r) सहित 3(1)(s) , वह 3 (2)(va) , के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले में अनुसंधान जारी है ।