धूल, हादसों और अव्यवस्था के बीच जीने को मजबूर लोग
सांवर मल शर्मा
आसींद। विकास के बड़े-बड़े दावों के बीच ब्यावर–भीलवाड़ा नेशनल हाईवे 158 (NH-158) का आसींद क्षेत्र से गुजरने वाला महज 700 मीटर का अधूरा हिस्सा अब आमजन के लिए गंभीर समस्या बन चुका है। यह छोटा सा अधूरा पैच स्थानीय निवासियों, दुकानदारों और राहगीरों के लिए जी का जंजाल बन गया है।
सड़क अधूरी होने के कारण यहां से गुजरने वाले भारी वाहनों से धूल के गुबार उड़ रहे हैं। घरों और दुकानों में धूल की मोटी परत जम चुकी है, जिससे लोगों को सांस संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। कई परिवार मजबूरी में घरों के बाहर टेंट और पर्दे लगाकर जीवन यापन कर रहे हैं।
हादसों का बढ़ता खतरा
क्षतिग्रस्त सड़क, गहरे गड्ढे और बिखरी निर्माण सामग्री के कारण आए दिन छोटे-बड़े सड़क हादसे हो रहे हैं। दुपहिया वाहन चालक सबसे अधिक घायल हो रहे हैं। रात के समय स्थिति और भी भयावह हो जाती है, जिससे किसी बड़े हादसे की आशंका बनी रहती है।
मकान तोड़े, पर काम शुरू नहीं
तीन माह पूर्व प्रशासन एवं NHAI द्वारा सड़क निर्माण के नाम पर हाईवे के दोनों ओर स्थित मकानों और दुकानों को तोड़ दिया गया था। लोगों ने विकास की उम्मीद में सहयोग किया, लेकिन तोड़फोड़ के बाद भी सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ, जिससे लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
महिलाएं खुले में शौच को विवश
मकान टूटने के कारण कई महिलाओं को खुले में शौच जाना पड़ रहा है। उड़ती धूल और गंदगी के कारण क्षेत्र में बीमारियां बढ़ रही हैं। वहीं लगभग 40 वर्ष पुराना बाबा रामदेव जी का मंदिर भी हटाया गया, जिसका अब तक पुनर्निर्माण नहीं हुआ। वर्तमान में पुजारी घर में ही पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
10 दिन का अल्टीमेटम, लोटन यात्रा की चेतावनी
नगरवासी निर्मल मेघवंशी ने बताया कि यदि 10 दिनों के भीतर सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ, तो समस्त नगरवासी, महिलाएं एवं पुरुष खारी नदी के पुल से उपखंड कार्यालय तक लोटन यात्रा करेंगे और उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगे।
व्यापार भी ठप
धूल और खराब सड़क के कारण सड़क किनारे स्थित दुकानों का व्यापार पूरी तरह चौपट हो चुका है। लोग आर्थिक नुकसान झेलने को मजबूर हैं।
प्रशासन का आश्वासन
इस संबंध में उपखंड अधिकारी परमजीत सिंह, आसींद ने बताया कि सड़क परियोजना के अधिकारियों से बातचीत हो चुकी है और शीघ्र ही सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा ।


