उदयपुर, 04 अगस्त |स्मार्ट हलचल|राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (आर.एस.सी.ई.आर.टी.), उदयपुर एवं निदेशालय, बीकानेर के निर्देशन में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट), उदयपुर के कार्यानुभव प्रभाग द्वारा “व्यापक करियर शिक्षा कार्यक्रम“ के अंतर्गत तीन दिवसीय करियर मार्गदर्शन आधारित क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण का शुभारंभ सोमवार को डाइट परिसर में हुआ।
डाइट प्राचार्य शीला काहाल्या ने प्रशिक्षण की उपयोगिता बताते हुए कहा कि यह तीन दिवसीय प्रशिक्षण भविष्य में शिक्षकों को केवल शैक्षणिक ही नहीं, अपितु जीवन-निर्देशक के रूप में भी सक्षम बनाएगा।जिससे विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण में शिक्षक सारथी बन सकेंगे।
डाइट वार्षिक पंचांग सत्र 2025-26 के अनुसार आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 4 से 6 अगस्त 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें जिले के 20 ब्लॉकों से चयनित 40 करियर शिक्षक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर प्रभागाध्यक्ष डा. जगदीश कुमावत ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल करियर विकल्पों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षकों के भीतर मार्गदर्शक की भूमिका को निखारने का माध्यम भी है। नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप अद्यतन ज्ञान व प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को 21वीं सदी के कौशलों व आधुनिक करियर विकल्पों से परिचित कराना है ताकि वे विद्यार्थियों को जीवन कौशल, आत्मनिर्भरता, एवं रुचि-क्षमता के अनुरूप सही दिशा में मार्गदर्शन दे सकें। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को सारथी, समर्थ एवं सफर पुस्तकों, 600 करियर जॉब कार्ड्स, तथा रुचि-अभिरुचि परीक्षण तकनीकों की गहन जानकारी दी जा रही है।
राज्य संदर्भ सदस्य रणवीर सिंह राणावत द्वारा विभिन्न करियर विकल्पों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स, डिजिटल मार्केटिंग, स्पोर्ट्स साइंस, डिजाइनिंग एवं एंटरप्रेन्योरशिप आदि के बारे में रोचक एवं उपयोगी जानकारी साझा की गई। उन्होंने कहा कि शिक्षक यदि छात्रों के सपनों की सही पहचान कर उन्हें उचित दिशा दिखाएं, तो वे न केवल एक उज्ज्वल भविष्य गढ़ सकते हैं, बल्कि देश की नई पीढ़ी को सशक्त भी बना सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को स्वरुचि, स्वविवेक और स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर निजी व्यवसाय, कृषि, पशुपालन इत्यादि क्षेत्रों में भी बेहतर रोजगार अवसरों की जानकारी देने की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रथम दिवस की चर्चा में प्रमुख बिन्दु निकलकर आए जो इस प्रकार है
करियर मार्गदर्शन अब विकल्प नहीं, विद्यार्थियों के जीवन का अनिवार्य अंग है।
शिक्षक ही छात्रों के जीवन-दिशा निर्धारण में निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
यह राज्य स्तरीय कार्यक्रम आरएससीईआरटी उदयपुर के मार्गदर्शन में अंतरंग फाउण्डेशन एवं युनिसेफ के सहयोग से निर्मित ’सारथी’, ’समर्थ’ व ’सफर’ पुस्तकों से करियर शिक्षण को सरल व व्यावहारिक बनाया गया है। इस दौरान लक्षिका माली द्वारा अपने व्यक्तव्य में बताया कि आधुनिक समय में शिक्षकों को उभरते क्षेत्रों की जानकारी होना आवश्यक है। इस अवसर पर करियर की प्रभावशीलता पर आधारित चर्चा में प्रभारी कार्यानुभव प्रभाग लक्ष्मणदास वैष्णव, सृष्टि, श्रृति चित्तौड़ा, लक्षिता सांगानेरिया, चेतन सेन, जगदीश मेघवाल उपस्थित रहैं।