महेंद्र कुमार सैनी
—–>ठेकेदार ने पुराने सीसी रोड पर ही बनवा दि नईं सीसी रोड।
—–>राजस्थान संपर्क हेल्पलाइन पर शिकायतों के बाद भी मामला ठंडे बस्ते की ओर।
स्मार्ट हलचल/नगर फोर्ट एक और प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा राजस्थान संपर्क हेल्पलाइन पर मिलने वाली शिकायतों को लेकर विगत दिनों से काफी सख्त नजर आ रहे हैं वहीं लोगों की शिकायतों का कालर की जगह खुद बैठकर हाथों-हाथ निराकरण कर रहे हैं। वहीं आश्चर्यजनक मामला टोंक जिले की चौरू ग्राम पंचायत में देखने में आ रहा है। विगत दिनों पंचायत में ठेकेदार के माध्यम से लाखों रुपए के सीसी रोड का निर्माण किया गया। आश्चर्यजनक बात तो यह रही की निर्माण के दौरान ही खुलेआम घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। जिससे लाखों रुपए की लागत से बनाए गए सीसी रोड भविष्य में कितने दिन धरातल पर रहेगा इसकी गारंटी नहीं है।इसकी शिकायत करीब आधा दर्जन लोगों ने राजस्थान हेल्पलाइन नंबर पर की गई थी। लेकिन करीब एक सप्ताह बाद भी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।।सी सी रोड में निर्धारित मापदण्ड के अनुसार सामग्री का उपयोग नहीं किया गया। घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। सीमेंट भी कम मात्रा में लगाया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा खुलेआम सीमेंट की मात्रा कम लगाई जा रही है।बजरी निर्धारित मापदण्ड से भी दुगनी मात्रा में मिलाई जा रही है। वहीं आश्चर्यजनक बात तो यह है कि गिट्टी और बजरी जेसिबी मसीन से भरकर मिलाई है।जिसमें सीमेंट तो नाम मात्र की लगाई है।वही पुराने बने हुए सीसी रोड पर ही लीपापोती करके सीसी रोड की मोटाई कम रखी है।घटिया निर्माण सामग्री को लेकर लोगों में आक्रोश है।ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार पुरानी सड़क को पूरी तरह हटाए बिना ही उस पर नई सीसी सड़क तैयार की जा रही डीएलसी लेयर भी मानकों के अनुरूप नहीं है। निर्माण सामग्री की मोटाई, कपैक्शन और गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है। पुराने बने हुए सीसी रोड पर ही लीपापोती करके सीसी रोड की मोटाई कम रखी है जिससे कमीशनखोरी की बंदरबांट का लाभ ज्यादा से ज्यादा मिल सके। लाखों रुपए के निर्माण कार्य पर मिलावट करके किस तरह अमली-जामा पहनाया जाता है।इसका नजारा चौरु ग्राम पंचायत में खुलेआम देखने को मिलता है। जिम्मेदार अधिकारी ठेकेदार एवं ग्राम पंचायत पर उचित कार्रवाई करने के बजाय कुंभकर्णी नींद सोए हुए हैं। जिससे आमजन में गहरा रोष व्याप्त है।


