किशन खटीक
रायपुर 5 सितम्बर |स्मार्ट हलचल|रायपुर उपखंड एक ओर जहां भजन लाल सरकार गांव गांव पक्की सड़क बनाने एवं सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने की बात कर करोड़ों रुपए लगा आमजन को राहत पहुंचाने में लगी है तो वहीं ग्रामीणांचल में जो रोड बनाए जा रहे हैं वह टिकाऊ साबित नहीं हो रही है। इसका ताजा उदाहरण कस्बा रायपुर से ग्राम केमुनिया में बनाई गई सड़क है। जो कि बीस दिनों में ही दो जगह से उखड़ गई है। सड़क पर गड्ढे भी पड़ गए हैं।करीब 20 दिन पहले रायपुर से ग्राम केमूनिया तक बनाई गई सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे पड़ गए हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि निर्माण के कुछ समय बाद ही सड़क की ऐसी हालत से निर्माण में प्रयोग की सामग्री पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
सड़क निर्माण के समय ठेकेदार घटिया सामग्री उपयोग लेते हैं, जबकि जिम्मेदार इस पर ध्यान ही नहीं देते। ऐसे में सड़क की सूरत कुछ समय तक ही अच्छी दिखाई देती है। बाद में सड़क क्षतिग्रस्त हो जाती है। ग्रामीणों ने सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) पर आरोप लगाया कि निर्माण के समय अधिकारी भी सड़क गुणवत्ता की जांच नहीं करते हैं, इसके फलस्वरूप ठेकेदार घटिया सड़क बना देते हैं। सड़क निर्माण के लिए सरकार ने करीबन एक करोड़ों अस्सी लाख रुपये स्वीकृत किए थे लेकिन फायदे के चक्कर में ठेकेदार सड़क निर्माण के समय घटिया से घटिया सामग्री का प्रयोग करते हैं। मोहल्लेवासियों ने कहा कि सड़क के निर्माण के बाद ही गिट्टी उखड़ने लगी थी अब 20 दिन में यह जगह जगह उखड़ने लग गई है जिससे गड्ढे हो गए हैं।