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वीरता का उत्सव, राजनीति का वार, महाराणा प्रताप जयंती पर अशोक गहलोत पर बरसे मदन राठौड़

*कभी भी मुगलों की गुलामी नहीं स्वीकारी
*त्याग, देशभक्ति और समर्पण आज भी लोगों को प्रेरणा देता

(हरिप्रसाद शर्मा)

स्मार्ट हलचल|अजमेर में वीरता, स्वाभिमान और देशभक्ति के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती पर गुरुवार को पुष्कर घाटी में बने महाराणा प्रताप स्मारक पर भव्य समारोह और बड़ा मेला लगाया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन महाराणा प्रताप समारोह समिति, अजमेर ने किया। इसमें हजारों लोग शामिल हुए, जिनमें श्रद्धालु, स्थानीय नागरिक, अलग-अलग समुदायों के लोग और कई बड़े जनप्रतिनिधि मौजूद थे।इस खास मौके के मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद और भाजपा राजस्थान के अध्यक्ष मदन राठौड़ थे। उनके साथ केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, अजमेर दक्षिण की भाजपा विधायक अनीता भदेल, महानगर संघचालक खाजूलाल और उपमहापौर नीरज जैन समेत कई बड़े नेता और अधिकारी भी मंच पर मौजूद रहे।

*भगवान एकलिंगनाथ की महाआरती और प्रेरणादायक भाषण

कार्यक्रम की शुरुआत भगवान एकलिंगनाथ की महाआरती से हुई। भगवान एकलिंगनाथ को महाराणा प्रताप अपना आराध्य मानते थे। इस धार्मिक शुरुआत के बाद, कई वक्ताओं ने महाराणा प्रताप के जीवन, उनके संघर्ष और आदर्शों पर प्रेरणादायक बातें कहीं। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप सिर्फ मेवाड़ के राजा नहीं थे, बल्कि वे भारतीय आत्मसम्मान और आज़ादी की पहचान हैं। उन्होंने कभी भी मुगलों की गुलामी नहीं स्वीकारी और आखिरी सांस तक आज़ादी के लिए लड़ते रहे। उनका त्याग, देशभक्ति और समर्पण आज भी लोगों को प्रेरणा देता है।

*सांस्कृतिक कार्यक्रम बना आकर्षण का केंद्र

मेले में राजस्थान की रंग-बिरंगी लोकसंस्कृति की झलक देखने को मिली। कच्छी घोड़ी नृत्य, शहनाई और नगाड़ों की आवाज़ से माहौल में उत्सव का रंग भर गया। कई लोग पारंपरिक पोशाकों में नजर आए—जैसे राजस्थानी, गाड़िया लुहार, राजपूती या महाराणा प्रताप जैसी वेशभूषा में। ऐसे लोगों को समारोह समिति की ओर से मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया। यह आयोजन हमारी सांस्कृतिक विरासत को संजोने की एक सराहनीय कोशिश रहा।

*राठौड़ का कांग्रेस पर हमला

समारोह के मंच से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बजरी माफिया और युद्ध नीति पर दिए गए बयान बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं। राठौड़ ने आरोप लगाया कि अशोक गहलोत ने तीन बार मुख्यमंत्री रहते हुए गोपनीयता की शपथ ली थी, लेकिन अब वही गोपनीयता तोड़ने की साजिश कर रहे हैं।

पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के मुद्दे पर बोलते हुए राठौड़ ने कहा, “जब पाकिस्तान हार मान चुका था और सफेद झंडा लहराकर माफी मांग रहा था, तब युद्ध क्यों रोका गया—इस पर सवाल उठाना गलत है। हमारी सरकार ने मजबूती से और सोच-समझकर फैसला लिया।” उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के 113 आतंकियों की लिस्ट उनके पास थी, जिनमें से ज़्यादातर को सेना ने मार गिराया। राठौड़ ने तंज कसते हुए कहा, “जो बचा है, वह खुदा से प्रार्थना कर रहा होगा कि काश वह भी मारा जाता।” उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान कई देशों से गुहार लगाता रहा कि भारत युद्ध रोके, लेकिन भारत ने अपनी शर्तों पर ही युद्धविराम स्वीकार किया।

*कांग्रेस मंत्री का पीए निकला पाकिस्तान का जासूस’

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में एक गंभीर खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार में एक मंत्री का निजी सहायक (पीए) पाकिस्तान के लिए जासूसी करते हुए पकड़ा गया है। राठौड़ ने कहा, “यह देश की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है। पीए के पास मंत्री से जुड़ी कई गोपनीय जानकारियां होती हैं। ऐसे व्यक्ति की पारिवारिक और सामाजिक पृष्ठभूमि की ठीक से जांच क्यों नहीं की गई? यह मंत्री की बड़ी लापरवाही है।”

राठौड़ ने कहा कि अब जांच की जाएगी कि उस पीए ने कितनी और कौन-कौन सी गोपनीय सूचनाएं बाहर भेजीं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार इस पूरे जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश करेगी और दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा।

*बजरी माफिया पर भी बोले राठौड़

बजरी माफिया पर बात करते हुए राठौड़ ने कहा कि इसकी शुरुआत कांग्रेस सरकार के समय हुई थी। “तब न तो खनन के लिए कोई ठेके दिए गए और न ही कोई व्यवस्था बनाई गई। हमारी सरकार ने आते ही ठेके देने की प्रक्रिया शुरू की, जिससे खनन को कानूनी तरीके से नियंत्रित किया जा सके।” उन्होंने यह भी माना कि अभी अवैध खनन पूरी तरह बंद नहीं हुआ है, लेकिन सरकार ने इस पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।

राठौड़ ने कहा कि अब जब कांग्रेस नेता अशोक गहलोत इस मुद्दे पर सवाल उठा रहे हैं, तो यह आश्चर्य की बात है, क्योंकि उनके कार्यकाल में माफियाओं को खुली छूट मिली हुई थी। “हमने खनन व्यवस्था को सुधारने का काम किया है और अब इसे और सख्ती से लागू किया जाएगा,” उन्होंने कहा। इस पूरे कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर के लोग मौजूद रहे।

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