(पंकज पोरवाल)
आध्यात्मिक उद्बोधन और सर्वधर्म भजनों की हुई प्रस्तुतियां, भक्तिमय माहौल में हुआ कार्यक्रम का समापन
भीलवाडा।स्मार्ट हलचल|श्री सत्य साई बाबा का 100वां शताब्दी जन्मोत्सव श्रद्धा और उत्साह के साथ नगर निगम के टाउन हॉल में मनाया गया। जन्म शताब्दी समारोह में लगभग 350 श्रद्धालु एकत्रित हुए। दीप प्रज्वलन और अतिथि स्वागत के बाद वेद पाठ, बच्चों द्वारा गायन नृत्य प्रस्तुति, आध्यात्मिक उद्बोधन और सर्वधर्म भजनों की प्रस्तुति हुई। अंत में मंगल आरती और केक कटिंग के साथ भोजन प्रसादम के बाद भक्तिमय माहौल में कार्यक्रम का समापन हुआ। उपाध्यक्ष दिनेश मून्द्रडा ने बताया की कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप मे एसआरएस शूटिंग के डायरेक्टर अनिल कंदोई, केशव हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. नरेश पोरवाल मौजूद रहे। थे। जिलाध्यक्ष रजत मेहरा ने बताया की सत्य साईंबाबा ने प्रेम, सेवा और प्रत्येक व्यक्ति के भीतर ईश्वर की अनुभूति करने की शिक्षा दी थी। उनकी सार्वभौमिक शिक्षाओं में से प्रमुख शिक्षा थी कि सबको प्रेम करो, सबकी सेवा करो। धर्म, राष्ट्रीयता, जाति और पंथ से परे उनका यह दर्शन था, जो मानवता एकीकरण, करुणा और निस्वार्थता की भावना से जीने का आह्वान था। राज्य आध्यात्मिक समन्वयक आरके श्रीवास्तव ने श्री सत्य साई संगठन के कामों पर उद्बोधन दिया। भजनों की प्रस्तुति सत्यनारायण नायर ने दी। कार्यक्रम में समिति के मनीष काबरा, भेरुलाल जोशी, ओपी झंवर, डीपी पंड्या, मौजूद रहे। इस पूर्ण आयोजन ने सभी को आध्यात्मिक आनंद से सराबोर कर दिया। इससे पूर्व सभी का स्वागत भीलवाड़ा समिति जिलाध्यक्ष रजत मेहरा ने किया।


