राकेश मीणा
मांडलगढ़@स्मार्ट हलचल /कहते हैं पंखों से नहीं हौसलों से उड़ान होती है। मांडलगढ़ क्षेत्र के गांव देवलिया निवासी किसान मगन लाल के बेटे छोटू लाल ने यह साकार कर दिया। गरीबी और अभावों भरी जिंदगी के बावजूद हौसला नहीं टूटा। एसएससी संयुक्त स्नातक परीक्षा पास कर सेंट्रल एक्साइज कस्टम ऑफिसर बनकर सफलता हासिल कर सपने को सच कर दिखाया।
छोटू लाल के सपने को साकार करने के लिए परिवार ने भी कड़ा संघर्ष किया। पढ़ाई में पैसे आड़े न आएं इसके लिए मां ने अपने गहने बेच दिए तो पिता और परिवर। के सदस्यों ने दूसरों के खेतों में मजदूरी की ओर कॉलेज की फीस भरने के लिए बैंक ऑफ़ बड़ौदा से एजुकेशन लोन लेना पड़ा
एक कमरे के कच्चे मकान और छप्पर में परिवार रहता है। बारिश में घर टपकता है। इन्हीं में रहकर पवन ने 12वीं तक की पढ़ाई की है। छोटू लाल बताते हैं कि बारिश में घर टपकता तो और हौसला टूटने के बजाय और मजबूत हो जाता।
देवलिया गांव के निर्धन परिवार में
जन्म लेने वाले छोटू लाल मीणा ने सार्थक कर दिखाया है। मीणा का एसएससी कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल परीक्षा 2023 में इंस्पेक्टर (सीजीएसटी सेंट्रल एक्साइज) के पद पर चयन हुआ है। देवलिया गांव में जन्मे छोटूलाल मीणा के पिता का नाम मगनलाल मीणा है। छोटूलाल की सफलता से परिजनों में हर्ष का माहौल है, सभी गोरवान्वित महसूस कर रहे है। देश छोटूलाल की प्रारंभिक शिक्षा पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय से की ओर वर्ष 2019 में कनिष्ठ सचिवालय सहायक, रक्षा मंत्रालय में चयन हुआ। मीणा ने अपनी पढ़ाई जारी रखी और एसएससी कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल परीक्षा 2023 परीक्षा पास की। वर्तमान में मीणा है।
इंस्पेक्टर के पद पर कस्टम नाशिक, महाराष्ट्र में पदस्थापित है। छोटू लाल मीणा ने अपनी सफलता का श्रेय मां सरस्वती, माता पिता, गुरुजनों, परिवारजनों को दिया है। मीणा ने बताया कि व्यक्ति एक लक्ष्य निर्धारित कर ईमानदारी से कड़ी मेहनत करे तथा आत्मविश्वास और धैर्य बनाए रखे तो किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकता है। उन्होंने यह भी साबित किया कि सरकारी विद्यालयों में पढ़ कर भी बड़ी सफलता प्राप्त की जा सकती