भीलवाड़ा । चांदी के दाम एक बार फिर शिखर पर पहुंच गए हैं. चांदी के दाम 2 लाख के करीब पहुंच गए हैं. राजस्थान में त्योहारी सीजन में सोने और चांदी की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन इसके बाद सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली थी. वहीं, त्योहारी सीजन के बाद अब वेडिंग सीजन में सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है.
एक बार फिर चांदी की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बनाया है. जयपुर सर्राफा बाजार के पदाधिकारी मातादीन सोनी का कहना है कि 1 जनवरी 2025 को चांदी के दाम 88 हजार के आसपास थे, लेकिन दिसंबर में दाम 1 लाख 90 हजार से अधिक पहुंच गए हैं. एक साल में चांदी के दाम दोगुने हो गए हैं. चांदी की मांग अधिक है, लेकिन उत्पादन कम है. इसके साथ ही इंडस्ट्री सेक्टर में चांदी की मांग पिछले कुछ सालो में बढ़ी है. बदलती तकनीकी नें चांदी की खपत को बढ़ाया है. सोलर, इलेक्ट्रिक गाड़ियों में अब चांदी का उपयोग बढ़ने लगा है. जैसे-जैसे इलेक्ट्रिक कारों की मांग बढ़ेगी, वैसे-वैसे उपयोग बढ़ेगा.
चांदी में उछाल:
बुधवार को जयपुर सर्राफा बाजार की ओर से जारी कि गई सोने और चांदी की कीमतों की बात करें तो चांदी एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. वहीं, बीते दिन के मुकाबले 24 कैरेट सोने की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है और 24 कैरेट सोना 1000 रुपया महंगा हुआ है. जिसके बाद 24 कैरेट सोने की कीमत 1 लाख 31 हजार 800 रुपए प्रति 10 ग्राम रही. वहीं, 22 कैरेट सोने के दाम 1 लाख 23 हजार 200 रुपए प्रति 10 ग्राम दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा चांदी की बात करें तो बुधवार को चांदी में बड़ा उछाल देखने को मिला और चांदी 8800 रुपया प्रति किलो महंगी हुई. अब तक का यह सबसे बड़ा उछाल है. जिसके बाद चांदी के दाम 1 लाख 91 हजार रुपये प्रति किलो रहे.
नए युग का सोना:
मातादीन सोनी का कहना है कि चांदी अब नए युग का सोना बनने जा रही है. आज का युवा चांदी के फैन्सी उत्पादों को अधिक पसंद कर रहा है. इसके साथ ही परिवारों में चांदी का घरेलू उपयोग बढ़ने लगा है. फेडरल बैंक के द्वारा ब्याज दर में कमी की आशंकाओं ने भी चांदी की तेजी को बल दिया है. विश्लेषकों का अनुमान है कि वर्ष 2026 में चांदी के दाम 2 लाख 25 हजार तक पहुंच सकते हैं ।


