करेड़ा। राजेश कोठारी
उप खंड क्षेत्र के मोटा का खेडा ग्राम पंचायत की चरागाह ज़मीन के विवाद को लेकर अधिकारियों को शिकायत करने के बाद भी किसी तरह का समाधान नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीण धरने पर बैठे गए और समाधान नहीं होने तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत मोटा का खेडा की करीब 400 बीघा चरागाह ज़मीन है जिस पर गांव के पशु चरते है। ग्रामीणों ने बताया कि कि सर्वे के दौरान पंचायत के अधीन डूगेला का बाडिया को भैरुपुरा के नाम से नया राजस्व गांव बनाकर हमारी चरागाह ज़मीन का हिस्सा उनको दे दिया जबकि वहां पर सौ से ज्यादा आबादी नहीं है। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव के करीब 50 परिवारों को भी सर्वे के दौरान नए राजस्व गांव में जोड़ दिया।
और चरागाह ज़मीन का ज्यादा हिस्सा उनको दे दिया जबकि उस गांव में पशुओं की संख्या भी कम है जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है इतना ही नहीं भैरू जी के धार्मिक स्थल है जहां ग्रामीणों द्वारा पूजा अर्चना की जाती है उसको भी भैरूपुरा गांव में जोड दिया । इसको लेकर ग्रामीणों का कहना है कि जब तक इस विवाद का निपटारा नहीं हो जाता तब तक हम भेरुपुरा के पशुओं को चरागाह जमीन पर नहीं आने देंगे और धरना जारी रहेगा।
इधर ग्रामीणों का कहना है कि इसको लेकर हमने जिला कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को भी ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया मगर अभी तक किसी तरह का समाधान नहीं होने से आक्रोश व्याप्त है अगर समय रहते समाधान नहीं हुआ तो आन्दोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।इस दौरान आसु राम गुर्जर,भाग चन्द गुर्जर,सुखा खटीक , गणपत रेगर हो नाथ रायका डाऊ राम , बख्तावर गुर्जर, गोपी लाल गुर्जर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
मेरे पास भी ग्रामीण शिकायत लेकर आए थे मगर हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है ऊपर से जैसे निर्देश मिलेंगे उसकी पालना कराई जाएगी।
जोगेंद्र सिंह गुर्जर,उप खंड अधिकारी, करेड़ा


