बेवाण यात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब, भक्तों ने डुबकी लगाकर मांगी मन्नतें
दिलखुश मीणा
सावर(अजमेर)@स्मार्ट हलचल|एकादशी पर्व पर बुधवार को सावर उपखंड का वातावरण पूर्णतया भक्ति रस में डूब गया। सैकड़ों गांवों में भगवान चारभुजा नाथ के बेवाण निकाले गए तो गलियां और चौपालें जयकारों से गुंजायमान हो उठीं। श्रद्धा, भक्ति और उल्लास का ऐसा अद्भुत संगम शायद ही कभी देखने को मिलता हो।
गोरधा में भक्ति का महासंगम
गोरधा स्थित चारभुजा मंदिरों से निकले बेवाण जब गांव की गलियों से गुजरे, तो भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था। महिलाएं सिर पर कलश रखे मंगलगीत गा रही थीं तो युवा पीढ़ी डीजे की थाप पर ठुमके लगाते हुए भक्ति भाव में झूम रही थी। हर ओर “चारभुजा नाथ की जय” के जयकारे गूंजते रहे।
भरनी नाड़ी में आस्था की डुबकी
शाम को दोनों मंदिरों के बेवाण भरनी नाड़ी पहुंचे। परंपरा अनुसार श्रद्धालुओं ने पवित्र जल में डुबकी लगाई और भगवान की पूजा-अर्चना कर सामूहिक आरती की। इस दौरान चारों ओर दीपक और अगरबत्ती की महक ने वातावरण को दिव्य बना दिया।
भजनों से बंधा समा
गांव के भजन मंडलों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। ढोल, मंजीरे और नगाड़ों की ताल पर गाए गए भजनों ने ऐसा रंग जमाया कि बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक झूम उठे। देर रात तक गांव में भक्ति संगीत की गूंज बनी रही।
भाईचारे और एकता का संदेश
यह धार्मिक आयोजन केवल आस्था का प्रतीक ही नहीं बल्कि सामाजिक समरसता और भाईचारे का दर्पण भी रहा। गांव-गांव से आए श्रद्धालुओं ने भगवान के दरबार में हाजिरी लगाकर अपनी मन्नतें मांगी और घर-परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की