सुनील बाजपेई
कानपुर। स्मार्ट हलचल|यहां छठ महापर्व पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ लगातार जारी है ,जिसके क्रम में
तीसरे दिन शाम को व्रती महिलाओं ने गंगा नदी के घाटों पर अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ मैया की पूजा अर्चना की। परिवार की सुख समृद्धि की कामना की।
छठ पूजा के इस अवसर ठेकुआ, केला, नारियल, गन्ना, सिघांड़ा, सुपारी का भोग लगाया। महिलाओं ने घाट पर पूजन के दौरान बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए, बहंगी घाटे पहुंचाए, बहंगी छठ मैया के जाए…आदि गीत गाए। रात्रि जागरण कर छठ मैया के गीत गाए। वही आज मंगलवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती महिलाएं व्रत का पारण करेगी। सुबह से ही पनकी नहर , नौरैया खेडा, गुजैनी दबौली ,रतन लाल नगर ,अरमापुर ,कल्याणपुर आदि में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी। दोपहर तक वेदियां बनाकर रंगरोगन कर पूजन की तैयारी की। फिर व्रती महिलाओं ने पूजन शुरू किया। व्रती महिलाएं अपने परिवार के साथ अपनी-अपनी वेदियाें पर बांस की डलिया में ठेकुआ, केला, नारियल, गन्ना, सिघांड़ा, सुपारी आदि चढ़ाकर गंगा नदी में खड़ी होकर अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ मैया के गीत गाए। इस दौरान बच्चों ने पटाखे दाग अपनी खुशी का भी इजहार किया


