राजाराम लालावत
टोंक। स्मार्ट हलचल/ईसरदा बांध डूब क्षेत्र के किसानों का धरना-प्रदर्शन मुख्यमंत्री के आने से पहले ही आरम्भ हुआ जो मुख्यमंत्री के जाने तक जारी रहा था।किसान महापंचायत के बैनर तले सैकड़ों की बड़ी संख्या में महिला,बच्चे,युवाओं ने लिया भाग। किसानों ने किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाए इस दरमियान किसी भी जनप्रतिनिधी एवं भाजपा नेता ने किसानों की समस्याओं पर चर्चा तक नहीं की तथा धरना दे रहे किसानों से कोई भी मिलने नहीं पहुंचे। बांध पर मुख्यमंत्री निरक्षण करने आये थे जहाँ भाजपा नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री को हाजरी लगातें नजर आये। किसान महापंचायत युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी के नेतृत्व में पांच सदस्यों का शिष्ठ मंडल ज्ञापन देने गया था जिसमें अध्यक्ष जमनालाल माली,माधोलाल कीर, रामकल्याण माली,कालुराम नाई रहें, परन्तु प्रशासन द्वारा अलग से ज्ञापन दिलाने के लिए व्यवस्था नहीं कराने के कारण किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने सम्भागीय आयुक्त एवं ज़िला कलेक्टर टोंक को ज्ञापन सौंपा तो कलेक्टर टोंक द्वारा 25 जनवरी की वार्ता के अनुसार सिंचित जमीन,परिसम्पतियों, पुनर्वासन,तथा वर्तमान डीएलसी दर के अनुसार मुआवजा दिया जाने की सहमति व्यक्त की।सेवारामपुरा की जमीन को अवाप्ति मुक्त करने का पत्र प्रेषित किया।कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक के के मंगल द्वारा कदाचार करने के कारण निलम्बित करने की मांग उठाई।ईसरदा बांध डुब क्षेत्र के किसानों का प्रतिनिधि मंडल ने आरोप लगाया की मुख्यमंत्री के निरक्षण के दौरान भाजपा नेता केवल फोटो के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान आते – जाते दिखे किसी ने किसानों की पीड़ा नही सुनी।जिसको लेकर टोंक जिले के किसान भाजपा के खिलाफ खड़े होने की तैयारिया शुरू करेंगे।रामेश्वर प्रसाद चौधरी युवा प्रदेशाध्यक्ष
किसान महापंचायत राजस्थान ने बताया की भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्र पराणा तो हेलीकॉप्टर की हवा से उड़ी धुल से डरें नजर आए। निरीक्षण के दौरान बांध स्थल पर जिम्मेदार सांसद सुखबीर सिंह जोनापूरिया,जिला प्रमुख सरोज बंसल,टोंक अजीत सिंह मेहता,देवली उनियारा से भाजपा के रहे उम्मीदवार विजय बैंसला भी मौजूद रहे परन्तु उन्होंने भी मुख्यमंत्री के समक्ष नही रखीं किसानों की बात जबकि किसानों ने बताया की चुनावों के समय उन्हें डूब क्षेत्र के किसानों ने जम कर वोट किया था।किसानों की उपेक्षा करने के कारण भाजपा को लोक-सभा चुनावों में वोट की चोट करके किसानों दिखायेंगे आईना।मुख्यमंत्री के चले जाने के बाद
देवली-उनियारा भाजपा विधायक उम्मीदवार रहे विजय सिंह बैसला किसानों के मध्य पहूंचकर किसानों से व्यथा सुनने लगें परन्तु विडियो बनाने वालों को बार-बार रोकने लगें।किसानों ने अपने मध्य बिठाया और वर्तमान डीएलसी एवं एक परिवार जन को सरकार नौकरी की मांग बताई तों चुप्पी साधे एवं किसानों की बातों से घीरे नज़र आये जिसको लेकर जल्द किसान बड़े आन्दोलन की करेंगे तैयारियां जो टोंक जिले का सबसे बड़ा आन्दोलन होगा।