ट्रक और बाइक भिड़ंत में बालक की मौत, गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया जाम, कॉस्टेबल सस्पेंड
बूंदी।स्मार्ट हलचल/जिले के लाखेरी मेगा हाइवे पर ट्रक और बाइक के भीषण हादसे में नाबालिग की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि हादसे में उसकी मां और मामा गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिनका कोटा अस्पताल में इलाज जारी है। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने मेगा हाईवे पर जाम लगा दिया और शव रखकर प्रदर्शन करने लगे। सूचना मिलने पर पुलिस उपाधीक्षक दिलीप मीणा, लाखेरी एसएचओ सुभाष चंद्र और अन्य थानों से भी पुलिस जाप्ता घटना स्थल पर पहुंचा। लोगों से रास्ता खोलने को लेकर समझाइश की लेकिन ग्रामीण मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे। उधर जिस ट्रक से हादसा गठित हुआ उस ट्रक को एक पुलिस कांस्टेबल द्वारा बदलकर दूसरा ट्रक मामले में शामिल करने का भी आरोप सामने आया जिसको देखते ग्रामीण आग बबूला हो गए। मौके पर कांस्टेबल को बर्खास्त करने की मांग जोर पकड़ने लगी। यहां बूंदी एसपी ने कांस्टेबल को सस्पेंड किया तब जाकर ग्रामीण माने और एसडीएम द्वारा जिला प्रशासन से उचित मुआवजा देने का ठोस आश्वासन दिया तब जाकर करीब 6 घंटे बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया। उधर चार घंटे तक लगे जाम के बाद कड़ी मशक्कत से पुलिस ने यातायात शुरू करवाया।
पुलिस उपाधीक्षक लाखेरी दिलीप मीणा ने बताया कि घटना लाखेरी के सुभाष सर्किल पर सुबह 11 बजे के आसपास हुई है, जिसमें एक ईंटों से भरा हुआ ट्रक बूंदी जिला मुख्यालय की तरफ जा रहा था, जबकि जिले के ही उतराना गांव निवासी 29 वर्षीय अंजू मीना अपने भाई पपड़ी निवासी 20 वर्षीय संदीप मीणा के साथ जा रही थी। बाइक पर अंजू का बेटा 12 वर्षीय अभिजीत भी सवार था। इस दौरान जैसे ही ट्रक ने बाइक को क्रॉस किया, अचानक ट्रक के पिछले पहिए की चपेट में अभिजीत आ गया, जिसके मौके पर ही मौत हो गई। जबकि अंजू व संदीप गंभीर रूप से घायल हो गए। बाइक बाबूलाल चला रहा था। घटना के दौरान ट्रक में फंस कर नाबालिग अभिजीत दूर तक घीसटता गया। कुचलने से शव की हाल क्षत विक्षप्त हो गई। इधर घायल अंजू और बाबूलाल को गंभीर हालत में कोटा रेफर किया गया। अभिजीत एक निजी स्कूल का छात्र था। हाल ही में उसने 5वीं की परीक्षा दी थी। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। उसके पिता ड्राइवर है और मां विकलांग है, जो टीचर बनने के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है।
6 घंटे से लगा जाम, पुलिस पर लगे आरोप के बाद कांस्टेबल संस्पेंड
घटना के बाद लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई थी। नाबालिग की दर्दनाक मौत होने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश देखा गया। लोगों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने ट्रक को डिटेन कर लिया। घटना दर्दनाक होने की वजह से ग्रामीणों उचित मुआवजा की मांग को लेकर दोसा मेगा हाईवे को जाम कर दिया। वे मौके पर उच्च अधिकारियों को बुलाने पर अड़े हैं। ग्रामीणों ने पुलिस पर टक्कर मारने वाले ट्रक की जगह अन्य ट्रक को पकड़ने का आरोप भी लगाया है। मृतक के परिजन सोनू ने बताया कि पुलिस ने पहले दूसरा ट्रक पकड़ लिया। जब हम दोबारा मौके पर पहुंचे तब जाकर टोल टैक्स से आरोपी ट्रक को पकड़ा गया। दोषी पुलिस कर्मी को बर्खास्त किया जाए। मामला बड़ा तो करीब 4 घंटे बाद तक जाम लग रहा और कांस्टेबल को तुरंत सस्पेंड किया गया तब जाकर ग्रामीण माने और जाम को हटाया। लिखित में लाखों रुपए का समझौता होने पर जाम हटाया। जाम लगने से लोगों को 6 घंटे तक परेशानी का सामना करना पड़ा।