आचार्य श्री वर्धमान सागर महाराज जी ससंघ महुआ में विराजमान
काछोला 12 जून -स्मार्ट हलचल|क्षेत्र के महुआ में मंदिर परिसर मे श्री जी का नित्य,अभिषेक,शांतिधारा व पूजन की गई।जैन संत पंचम पट्टाधीश वात्सल्यवारिधी 108 आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज 36 पिच्छी ससंघ महुआ में विराजमान हैं, आचार्य श्री के दर्शनार्थ क्षेत्र व दूर दराज से श्रावक पहुंच रहे हैं।आचार्य श्री ने मंगल प्रवचन में कहा कि हमे बचपन के संस्कार ही हमे पचपन तक सुखी रख सकते हैं अतः हमें अपने बच्चों को शिक्षा ओर रोजगार के साथ संस्कारो का भी बीजारोपण का विशेष ध्यान रखना चाहिए, संस्कारहीन जीवन बिना ब्रेक की गाड़ी की तरह होता है अतः हमें बच्चों में संस्कारों का ब्रेक जरूर लगाना चाहिए।
आचार्य श्री का 27 वर्ष बाद महुआ आने पर नव युवक मंडल,महिला मंडल, पाठशाला के बच्चों,सकल जैन समाज आचार्य श्री की सेवा भक्ति में लगे हुए हैं।सकल जैन समाज महुआ को महाराज श्री का सानिध्य मिलने से समाज में खुशी व धर्मलाभ मिल रहा है। वहीं धर्म सभा में बड़ी तादाद में क्षेत्र सहित जिले के जैन समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया ।