पीड़ित दीपक शर्मा ने आभार प्रकट किया।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल/चित्तौड़गढ़ पुलिस उप अधीक्षक विनय चौधरी की तत्पर कार्रवाई ने गुरूवार को ललकार हाउस में कार्यरत ड्राइवर दीपक शर्मा को ऑनलाइन फ्राड से बचा लिया है।गुरूवार सुबह ललकार हाउस चित्तौड़गढ़ में कार्यरत ड्राइवर दीपक शर्मा ने यूथ मूवमेंट के संरक्षक शाश्वत सक्सेना को बताया कि उसके पास सदर थाने से एसआई का मोबाइल नम्बर 9462215089 से काॅल आया और उन्होंने बताया कि आपके (दीपक शर्मा) खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, थाने आ जाओ। वो किसी ऑनलाइन लोन का रूपया देने की बात कर रहे थे। एसआई ये भी बता रहे थे कि बैंक का वकील रवि शर्मा सदर थाने में ही है।
अक्टूबर 2024 को दीपक शर्मा ने Mobikwik ऐप से 30 हजार का लोन लिया
दीपक ने उक्त जानकारी यूथ मूवमेंट के अध्यक्ष शाश्वत सक्सेना को दी और बताया कि अक्टूबर 2024 को उसने Mobikwik ऐप से 30 हजार का लोन लिया था। इसकी किश्तें सीधे उसके बैंक एकाउंट से कट जाती है। दीपक ने ये भी बताया कि उसने जो लोन लिया था, उसकी दिसम्बर माह की किश्त नही कटी बाकी प्रतिमाह किश्त कट रही है।
कथित फर्जी पुलिस एसआई ने की बदतमीजी
दीपक से मिली जानकारी पर युवा नेता शाश्वत सक्सेना ने उस कथित एसआई के मोबाइल नम्बर पर काॅल किया तो किसी ने नही उठाया। इसके बाद शाश्वत सक्सेना ने पूरी जानकारी यूथ मूवमेंट के संरक्षक अनिल सक्सेना को दी। संरक्षक ने उक्त नम्बर पर बात की तो उसने बताया कि मैं सदर थाने से एसआई जयप्रकाश त्रिपाठी बोल रहा हूं। संरक्षक सक्सेना ने ड्राइवर को थाने बुलाने का कारण पूछा तो उसने पहले तो बदतमीजी से बात की लेकिन संरक्षक अनिल सक्सेना की सख्ती के बाद उसने कहा कि दीपक शर्मा ने लोन नही चुकाया है इसलिए उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है। कथित एसआई ने ये भी बताया कि यहां बैंक का वकील रवि शर्मा भी आया हुआ है। कथित एसआई ने वकील रवि शर्मा से भी बात कराई। सक्सेना ने पूरी जानकारी लेनी चाही तो एसआई बदतमीजी करने लगा। इसके बाद अनिल सक्सेना ने कथित पुलिस वाले को कहा कि उनके ड्राइवर ने अगर कानून को तोड़ा है तो उसे हिरासत में लो लेकिन बदतमीजी बर्दाश्त नही होगी। सबसे पहले प्राथमिकी दर्ज की काॅपी भेजो। यह कहकर संरक्षक अनिल सक्सेना ने मोबाइल काॅल काट दिया।
सदर थाने के कथित एसआई की शिकायत पुलिस उप अधीक्षक चौधरी से की
इसके बाद साहित्यकार अनिल सक्सेना ने मोबाइल काॅल कर चित्तौड़ पुलिस उप अधीक्षक विनय चौधरी से पुलिस के कथित एसआई जयप्रकाश त्रिपाठी की शिकायत की। उन्होंने तुरंत कार्रवाई की। चौधरी ने जांच कर अनिल सक्सेना को बताया कि इस नाम का सदर थाने में कोई एसआई नही है।
फ्राॅड को पकड़ने की योजना बनाई
इसके बाद पुलिस उप अधीक्षक चौधरी की योजना के अनुसार युवा नेता शाश्वत सक्सेना ने अपने ड्राइवर दीपक शर्मा को कहा कि वो उसे किसी जगह रूपये लेने के लिए बुला ले। दीपक ने उस कथित वकील को बुलाने के लिए एसआई के नम्बर पर ही काॅल किया लेकिन वो आने के लिए तैयार नही हुआ। दीपक ने कहा आप कहो, वहां रुपये देने आ जाता हूं तो उस कथित एसआई के मोबाइल नम्बर से कथित एडवोकेट रवि शर्मा ने कहा कि वो चित्तौड़गढ़ सैशन कोर्ट में डी ब्लाॅक के 29 चैम्बर में हूं। मेरे सीनियर वकील रोहित जैन मेरे साथ हैं। लेकिन तुम ऑनलाइन पेमेंट डालो। युवा नेता समझ चुके थे कि पूरा गिरोह काम कर रहा है। एक ही मोबाइल नम्बर से एसआई और वकील बनकर बात की जा रही थी।
एडवोकेट भूपेन्द्र भटनागर ने उक्त कथित फर्जी वकील से बात की
युवा नेता शाश्वत सक्सेना ने एडवोकेट भूपेन्द्र भटनागर से चैम्बर 29 की जानकारी ली तो पता चला कि रवि शर्मा या रोहित जैन नाम का कोई वकील नही है और ना ही यहां डी ब्लाॅक है। इसके बाद एडवोकेट भटनागर ने उक्त नम्बर पर कथित वकील रवि शर्मा से बात की और कहा कि मैं चैम्बर 29 पर ही खड़ा हूं, आप आ जाओ। लेकिन उसने फालतू बात करते हुए मोबाइल काट दिया। इसके बाद से ही उक्त नम्बर पर किसी ने काॅल नही उठाया और बाद में वो बंद भी मिला।
पुलिस उप अधीक्षक और युवा नेता की सक्रियता ने ऑनलाइन फ्राॅड से बचाया
पुलिस उप अधीक्षक विनय चौधरी और युवा नेता शाश्वत सक्सेना की सक्रियता ने ड्राइवर दीपक शर्मा को ऑनलाइन ठगी से बचा लिया। एक समय में दीपक इतने दबाव में आ गया था कि वो उन्हें लोन का बाकी रूपया उनके भेजे लिंक पर देने को भी तैयार हो गया था। ऑनलाइन फ़्रॉड से बचने पर ड्राइवर दीपक शर्मा ने पुलिस उप अधीक्षक विनय चौधरी और यूथ मूवमेंट के संस्थापक शाश्वत सक्सेना का आभार प्रकट किया है।