पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । सेठ मुरलीधर मानसिंह राजकीय कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने बुधवार को महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्राओं ने कॉलेज के गेट पर ताला लगाकर सेमेस्टर प्रणाली में व्यापक सुधार की मांग की। प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने बताया कि हमारी मुख्य 6 मांगे है।
जिसमे प्रमुख रूप से निम्न मांगे रखी –
1. पहले विद्यार्थी अपनी यूजी डिग्री 3 वर्ष में पूर्ण कर लेते थे, लेकिन अब यह 6 वर्ष में पूर्ण हो रही है, जो कि एक सेमेस्टर के 6 महीने में परीक्षा और 6 महीने बाद रिजल्ट आता है इस प्रकार फर्स्ट सेमेस्टर 1 वर्ष में पूर्ण हो रहे है।
2. प्रथम सेमेस्टर और तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के 1 वर्ष पूर्ण होने के बावजूद परिणाम जारी नहीं हो पाए हैं।
3. समय से सभी सेमेस्टर के परिणाम नहीं आने के कारण द्वितीय सेमेस्टर और चतुर्थ सेमेस्टर के प्रवेश नहीं हो पाए है
4. परीक्षा कॉपियों का मूल्यांकन करने के लिए रेवोलूशन प्रक्रिया शुरू की जाए, जिससे पारदर्शिता बढ़ सके।
5. पूर्व की अपेक्षा वर्तमान में सेमेस्टर प्रणाली के माध्यम से बहुत अधिक फीस ली जा रही है उसे कम किया जाए ताकि गरीब विद्यार्थी भी सुलभ और सस्ती शिक्षा का लाभ उठा सके। हमारे विश्वविद्यालय के अंतर्गत लगभग 84 महाविद्यालय आते हैं, हमारे महाविद्यालय में लगभग साढ़े तीन लाख नियमित और स्वपाठी विद्यार्थी अध्ययनरत है। यदि इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो इन विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में जा सकता है।
6. एमए (भूगोल) और एमए (गृह विज्ञान) पाठ्यक्रम में स्थाई संबद्धताः छात्राओं ने एमए (भूगोल) और एमए (गृह विज्ञान) पाठ्यक्रम में स्थाई संबद्धता देने की माग की, ताकि वे इन पाठ्यक्रमों को पूरा करने के बाद बेहतर अवसर प्राप्त कर सके।