महेन्द्रगढ़ । CITI-CDRA कपास पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत गांव महेन्द्रगढ़ में किसानों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रोजेक्ट ऑफिसर श्री भारत कुमार शर्मा एवं प्रोजेक्ट ऑफिसर श्री गोविंद पराशर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत प्रोजेक्ट ऑफिसर गोविंद पराशर द्वारा जैविक खेती के महत्व एवं कपास फसल में लगने वाली प्रमुख बीमारियों तथा उनके प्रभावी नियंत्रण के बारे में विस्तृत जानकारी देने से हुई।
कपास पायलट प्रोजेक्ट की जानकारी
प्रोजेक्ट ऑफिसर भारत कुमार शर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि CITI-CDRA संस्था द्वारा पिछले तीन वर्षों से राजस्थान के भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ एवं राजसमंद जिलों में कपास पायलट प्रोजेक्ट संचालित किया जा रहा है। अब तक इस प्रोजेक्ट के तहत 300 से अधिक गांवों में करीब 2300 महिला किसानों का चयन कर उनके खेतों में क्लोज़र स्पेसिंग तकनीक के साथ कपास की खेती करवाई जा रही है।
कपास की खेती के लाभ
उन्होंने आगे बताया कि इस तकनीक से कपास की पैदावार में वृद्धि होने के साथ-साथ गुणवत्ता भी बेहतर होती है। वर्तमान समय में कपास का मंडी भाव 6500 से 6700 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है, जिसे किसानों ने अत्यंत कम बताते हुए सरकार से उचित भाव दिलाने की मांग की।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के अंत में किसानों ने CITI-CDRA संस्था एवं उसके अधिकारियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि संस्था समय-समय पर गांवों में आकर वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने के बारे में मार्गदर्शन प्रदान कर रही है, जो अत्यंत सराहनीय है। आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 120 किसान उपस्थित रहे, कार्यक्रम के अंत में सभी को भोजन एवं चाय वितरण किया गया।


