बन्शीलाल धाकड़
स्मार्ट हलचल|चित्तौड़गढ़ कृषि विज्ञान केन्द्र,में स्वच्छता अभियान कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन कृषक एवं कृषक महिलाए, रावे कार्यक्रम के तहत आए हुए विद्यार्थियों एवं केन्द्र के वैज्ञानिको व स्टाफ द्वारा भाग लिया जा रहा है। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतन लाल सोलंकी ने इस अभियान के बारे में बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के दिशा निर्देशानुसार 17 सितम्बर से 02 अक्टूम्बर, 2025 तक स्वच्छता अभियान का आयोजन किया है। जिसमें प्रतिदिन विभिन्न स्थानो की साफ सफाई का कार्य केन्द्र के वैज्ञानिको और रेडडी कार्यक्रम में आए हुए विद्यार्थियों के सहयोग से किया जा रहा है। अपने आस-पास के क्षेत्र पर साफ-सफाई पर जोर दिया।नोडल अधिकारी डॉ. सोलंकी ने स्वच्छता अभियान के तहत किसानो को साफ सफाई का ध्यान रखते हुए हाथ धोने की प्रायोगिक विधि की जानकारी दी। अभियान के दौरान केन्द्र की विभिन्न प्रदर्शन इकाईयां जैसे वर्मी कम्पोस्ट इकाई, अजोला इकाई, बकरी पालन, मुर्गीपालन इकाई एवं बगीचो की साफ सफाई की गई एवं कचरे का निस्तारण किया गया। अभियान गांवो में जाकर भी किया जा रहा है एवं स्वच्छता के बारे में किसानो को जागृत किया जा रहा है एवं प्लास्टिक का उपयोग नही करने एवं उसके स्थान पर कपड़े के थेले का उपयोग करने पर जोर दिया गया। कृषि अवशेषो से वर्मी कम्पोस्ट बनाना और घरेलू अपशिष्ट को गृह वाटिका स्थापित करने में उपयोग करना आदि सिखाया गया। जैसे प्लास्टिक बोतल, नारियल कवर, मटकी, बाल्टी में न्यूट्री गार्डन लगा सकते है। साथ ही किसानो को पेड़ पौधो के अपशिष्ट द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने की प्रायोगिक तकनीकी के बारे में बताया गया। केन्द्र की श्री संजय कुमार धाकड़, कार्यक्रम सहायक, श्री शंकर लाल नाई, सहायक कृषि अधिकारी (सेवानिवृत), श्री राजू गुर्जर, कम्प्युटर ऑपरेटर, श्री बनवारी लाल मेहर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आदि ने स्वच्छता अभियान में सहयोग किया।


