1120 पार्कों में सफाई व सौंदर्यीकरण की पहल
समर्थ कुमार सक्सेना
लखनऊ।स्मार्ट हलचल|स्वतंत्रता के अमृतकाल में भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जयंती को विशेष रूप से मनाने के उद्देश्य से लखनऊ नगर निगम द्वारा 14 अप्रैल 2025 से 28 अप्रैल 2025 तक 15 दिवसीय विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला आरंभ की जा रही है। इस आयोजन को पूरे प्रदेश में उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत नगर निगम ने राजधानी के 1120 सार्वजनिक पार्कों में विशेष सफाई अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
इस अभियान की शुरुआत आज दिनांक 13 अप्रैल 2025 को विभिन्न पार्कों में विशेष सफाई कार्यक्रम के साथ की गई। नगर निगम के निर्देशानुसार पार्कों में सफाई के साथ ही औद्यानिक अवशेषों का भी उठान और उनका उचित निस्तारण सुनिश्चित किया जा रहा है। यह अभियान शहरवासियों को स्वच्छ व सुंदर वातावरण प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस विशेष सफाई अभियान को शहर में माननीय महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। अभियान की निगरानी और समन्वय की जिम्मेदारी अपर नगर आयुक्त डा० अरविन्द कुमार राव, उद्यान अधीक्षक गंगाराम तथा शशिकांत को सौंपी गई है। इन अधिकारियों की देखरेख में नगर निगम की टीमें पूरी तत्परता और समर्पण के साथ कार्य में जुटी हुई हैं।
नगर निगम के अनुसार, यह विशेष अभियान सिर्फ सफाई तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसमें पौधारोपण, पार्कों का सौंदर्यीकरण, झूलों व बैठने की व्यवस्था की मरम्मत, पथ प्रकाश की व्यवस्था, तथा नागरिक सहभागिता जैसे अनेक पहलुओं को भी शामिल किया गया है। इसके अंतर्गत जनसहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिए स्थानीय नागरिकों, स्वयंसेवी संगठनों एवं विद्यालयों को भी जोड़ने की योजना बनाई गई है।
महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा, “बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर न केवल संविधान निर्माता थे, बल्कि उन्होंने सामाजिक समानता और स्वच्छता के महत्व को भी जीवन में उतारने की प्रेरणा दी। इसी विचार को साकार करने हेतु यह अभियान चलाया जा रहा है।
नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि यह अभियान केवल स्वच्छता को बढ़ावा देने का माध्यम नहीं है, बल्कि बाबा साहेब की विचारधारा को जनमानस तक पहुंचाने का भी प्रयास है। नागरिकों से अपेक्षा की गई है कि वे इस पहल में सक्रिय भागीदारी करें और स्वच्छ, सुंदर एवं जागरूक लखनऊ के निर्माण में सहयोग दें।
इस 15 दिवसीय आयोजन के दौरान कई सांस्कृतिक, शैक्षणिक व सामाजिक कार्यक्रमों का भी आयोजन प्रस्तावित है, जिनका उद्देश्य बाबा साहेब के जीवन, कार्यों और योगदान के प्रति जन-जागरूकता फैलाना है।