भीलवाड़ा । एक दलित युवती और कॉलेज छात्रा के इसी के गांव के युवक ने गांव छोड़ने के बहाने पहले नशीला पदार्थ पिलाकर अपहरण किया फिर हरिद्वार और कोटा ले गया । उसके बाद बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर धमकाता रहा । स्थानीय पुलिस से सहयोग नही मिला तो पीड़िता और परिजन भीलवाड़ा एसपी धर्मेंद्र सिंह के पास पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई । मामला फुलियाकलां थाना क्षेत्र का है । वही पीड़िता ने आरोप लगाया है कि फुलिया कलां थाना प्रभारी माया बैरवा मामले को दबाने की कोशिश कर रही है और समझौता करने का दबाव बना रही है साथ ही परिजनों ने जब मामला दर्ज करने और कार्यवाही करने का दबाव बनाया तो उनके साथ मारपीट भी की । जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र की रहने वाली दलित किशोरी और कोलेज छात्रा ने बताया की वह उसके घर से शाहपुरा कोलेज के लिए निकली थी वापस लौटते समय उसे उसका पड़ोसी आरोपी सोचंद उर्फ पोलू कुमावत बस स्टेंड पर मिला उसने उसे गांव छोड़ देने की बात कही इसके बाद उसे वह पहले ज्यूज की दुकान पर ले गया जहां जूस में नशीला पदार्थ डालकर उसे पीला दिया और वह दोनो बस में बैठ गए जब पीड़िता ने आरोपी से पूछा की कहा जा रहे है तो उसने बताया की यह बस शाहपुरा चौराहे तक छोड़ देगी इस दौरान पीड़िता बेहोश हो गई और जब आंख खुली तो उसने अपने आप को कोटा में पाया जब वह चिल्लाने लगी तो आरोपी ने उसे धमकाया और परिजनो या किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी । आरोप वहां से उसे हरिद्वार ले गया और फिर वापस कोटा लेकर आया जहां एक होटल में ले जाकर उसे बंधक बनाया मारपीट की फिर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके अश्लील वीडियो और फोटो बना लिए और ब्लैकमेल करता रहा बाद में आरोपी ने पीड़िता को देवली में छोड़ दिया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी । वहां से जैसे तैसे पीड़िता ने अपने परिचितों से संपर्क किया और उनके पास पहुंची । इससे पूर्व परिजनों ने पीड़िता की गुमशुदगी भी थाने में दी थी । जब पुलिस को पता चला तो वह ढूंढते हुए देवली पहुंची लेकिन डर के मारे पीड़िता ने पुलिस को भी आपबीती नही बताई जब गांव पहुंची और काफी दिनों से परेशान रहने के कारण परिजनों ने पूछा तो पीड़िता ने अब कुछ बताया । उसके बाद थाने में परिजन और पीड़िता मामला दर्ज करवाने पहुंचे तो वहां कोई कार्यवाही नहीं हुई उल्टा आरोप है की पुलिस ने परिजनो के साथ मारपीट की ओर थाना प्रभारी ने मामले में समझौता करने का दबाव बनाया और कार्यवाही नही की । बार बार न्याय के लिए थाने के चक्कर लगाए लेकिन सुनवाई नही हुई तो परिजन और पीड़िता भीलवाड़ा एसपी कार्यालय पहुंचे और एसपी धर्मेंद्र सिंह से न्याय की गुहार लगाई ।