college attendance memo
स्मार्ट हलचल, अजीम खान चिनायटा
हिंडौन/अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई हिण्डौन में जनवरी माह के आरम्भ से परिसर चलो अभियान आरंभ किया है। उक्त उद्देश्य की प्राप्ति हेतु अभाविप विभिन्न माध्यमों से विशेष रूप से प्रयासरत हैं। लेकिन विधार्थी की उपस्थिति कम हो रहीं है उसको लेकर प्राचार्य को 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य को लेकर ज्ञापन दिया। इसी प्रकार एबीवीपी करौली जिला संयोजक योगेंद्र डागुर शेरपुर ने बताया कि सरकार की ओर से महाविद्यालयों की स्थापना एक विशेष उद्देश्य से की गई होती है। उक्त उद्देश्य की पूर्ती हेतु सरकार समाज से प्राप्त धन का एक बड़ा हिस्सा राजकीय महाविद्यालयों पर खर्च करती है। ताकि विधार्थियों के सर्वांगीण विकास से समाज का भी उन्नयन हो सके। इसी को ध्यान में रखते हुए महाविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति को अनिवार्य बनाया गया है लेकिन वस्तुत देखा जाता है कि विधार्थी अपनी कक्षाओं में उपस्थित नहीं होते हैं। यह एक विचारणीय विषय है।अगर विधार्थी स्वेच्छा से अनुपस्थित रहते हैं तो उन्हें महाविद्यालय का नियमित विधार्थी होने का अधिकार नहीं है क्योंकि उनके द्वारा ऐसा करने से अन्य योग्य विधार्थी महाविद्यालय के नियमित होने से होने वाले लाभ से वंचित रह जाते हैं और अगर विधार्थी अन्य कारणों से अनुपस्थित रहते हैं तो यह अत्यंत गम्भीर विषय है जिसपर महाविद्यालय प्रशासन को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। यह सर्वविदित सत्य है साथ ही डागुर ने बताया कि राजकीय पीजी महाविद्यालय हिण्डौन सिटी में लगभग 2000 विधार्थी है लेकिन महाविद्यालय परिसर में मुश्किल से 100 विधार्थी दिखाई देते हैं। प्राचार्य यह अत्यंत गम्भीर विषय है। इस दिशा आपकी ओर से कठोर कदम उठाने के साथ समाचार पत्रों, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से महाविद्यालय परिसर में नियमित विधार्थियों की संख्या बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। इस हेतु अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जनवरी माह के आरम्भ से परिसर चलो अभियान आरंभ किया है। उक्त उद्देश्य की प्राप्ति हेतु अभाविप विभिन्न माध्यमों से विशेष रूप से प्रयासरत हैं। आपसे विशेष सहयोग की अपेक्षा है। इस अवसर पर एबीवीपी के जिला संयोजक योगेंद्र डागुर, राकेश धावई, विवेक, विकास, अजय आदि शामिल रहे।