डीडीआर के सामने आई पट्टो की शिकायत, रिव्यू होगा तो सामने आयेंगे बोर्ड के कारनामे।Complaint regarding lease in front of DDR
बूंदी नगर परिषद के निरीक्षण पर पहुँची नगर निकाय कोटा की उपनिर्देशक, पट्टो की शिकायत पर तत्काल कार्यवाही के दिये निर्देश।
बूंदी। स्मार्ट हलचल।नगर निकाय विभाग कोटा की क्षेत्रीय उपनिदेशक अनुपमा टेलर ने बून्दी में अवैध रूप से खेतों में विकसित हुई कॉलोनियों और अवैध निर्माण कार्यो के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए है। बुधवार को बूंदी नगर परिषद कार्यलय के निरीक्षण पर पहुँची डीडीआर ने समस्त शाखाओ में पहुँचकर सम्बंधित शाखा प्रभारियों से जानकारी ली। उन्होंने जनता से प्राप्त शिकायतों पर नगर परिषद आयुक्त अरुणेश शर्मा को तत्काल जांच करवाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उपनिर्देशक को वहां मौजूद पार्षदो और आमजन ने गत सरकार के समय बने पट्टो की जांच करवाने और अवैध निर्माण, सफाई व्यवस्था को लेकर शिकायत देकर कार्यवाही की मांग की। शिकायतों में देवपुरा, बाई पास, चित्तौड़ रोड़, नैनवा रोड़ क्षेत्र में अवैध निर्माण कार्यो पर कार्यो पर कार्यवाही की मांग की।
कई पट्टो की शिकायत, सरकार जांच करवाएं तो सामने आएंगे कारनामे
वर्तमान नगर परिषद बोर्ड के दौरान बने पट्टो की जांच की मांग को लेकर कुछ लोगो ने डीडीआर को शिकायत भी सौपी है। लोगो का कहना था कि प्रशासन शहरों के संग अभियान के दौरान बने पट्टो में धांधली का खेल हुआ है। वर्तमान भाजपा सरकार अगर एक एक पट्टे की जांच कर उनके दस्तावेज देखे तो कई चोकाने वाले कारनामे सामने आ सकते है। नगर परिषद से कई मामलों की फाइले गायब है। लोगो की अप्पति के बावजूद कई पट्टे बना दिये गए। 69ए और स्टेट ग्रांड में तो लोगो की आपत्ति के बावजूद मिलीभगत कर पट्टे दे दिए गए। इसके अलावा कृषि शाखा में अभियान के दौरान आमजन से ज्यादा प्रोपर्टी व्यवसायियों की पट्टे फाइलो को तवज्जो देते हुए अधिकतर पट्टे उनके जारी किए गए है।
अवैध कॉलोनियों पर एटीपी क्यो नही करते कार्यवाही?
निरीक्षण के दौरान डीडीआर अनुपमा टेलर ने आयुक्त अरुणेश शर्मा से कहा कि एटीपी का काम केवल निर्माण स्वीकृति देने का ही नही है। उनका काम शहर में यह भी देखना है कि कहा कृषि भूमियों पर अवैध कॉलोनी काटी जा रही है। उन्होंने वहां मौजूद एटीपी को निर्देश दिए कि शहर में जितनी भी अवैध कॉलोनीया है उन्हें चिन्हित कर उनपर प्रभावी कार्यवाही करें। साथ ही शहर में अगर अवैध निर्माण कार्यो की खबरे मीडिया में सामने आती है तो अतिक्रमण शाखा प्रभारी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि कार्य नियमों के अनुरूप हो, गलत कार्य बर्दाश्त योग्य नही है।
सरकार की मंशा अनुरुप कार्य करे अधिकारी
डीडीआर अनुपमा टेलर ने सभापति कक्ष में नगर परिषद के अधिकारियों, कर्मचारियों की बैठक लेकर प्रदेश सरकार की मंशा अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि अवैध निर्माण कार्यो और पट्टो को लेकर कोई शिकायत मिलती है तो तुरंत कार्यवाही करे। जनता से जुड़ी समस्याओं को प्रमुखता से लेकर उनका निराकरण करवाये। जिन क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था के लिए कर्मचारी नही है वहा कर्मचारी लगाए। डीडीआर ने निर्देश दिए कि अगर कोई शिकायत उनके पास आती है तो सम्बंधित अधिकारी और कर्मचारी के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।
नेता प्रतिपक्ष का आरोप, खानापूर्ति हुई कोई कार्यवाही नही
नेता प्रतिपक्ष मुकेश माधवानी का कहना है कि डीडीआर कोटा का दौरा महज खानापूर्ति साबित हुआ। उन्होंने कहा कि उपनिदेशक कोटा का लोगो की जन समस्याओं को सुनने के लिए और नगर परिषद की खामियां देखने के लिए बून्दी दोरा था। परंतु यह दौरा मात्र एक औपचारिकता बनकर रह गया। किसी भी समस्या का मौके पर कोई निस्तारण नहीं हो पाया है। यहां तक की शहर में भ्रमण करके उपनिदेशक को कचरा प्वाइंटों के हालात, बड़े-बड़े गड्ढे नहीं दिखे, केवल मात्र अधिकारियों के कहने पर निर्माणाधीन टाउन हॉल और नगर परिषद का भवन का मौका देखा। नेता प्रतिपक्ष का आरोप था कि बूंदी शहर की दुर्दशा और जनता से जुड़ी हुई कोई भी समस्या का निराकरण उपनिदेशक ने अपने दौरे में नहीं किया। राज्य सरकार के आदेश पर बूंदी की व्यवस्था सुधारने के नाम पर महज बूंदी की जनता के साथ धोखा है। इसकी यूडीएच मंत्री और मुख्य सचिव को शिकायत मेल कर दी गई है।