वजीरपुर नगरपालिका बनी, लेकिन कर्मचारी एक भी नही वजीरपुर की हालत यथावत
महेन्द्र शर्मा,
वजीरपुर|स्मार्ट हलचल/कस्बे को कांग्रेस की घोषणा में वजीरपुर को नगरपालिका का दर्जा देकर सरपंच मुकेश बैरवा को नगरपालिका अध्यक्ष बना दिया। जो कहां तक न्यायोचित है यह सरकार जाने। नगरपालिका का ई ईईओ का चार्ज तहसीलदार महेन्द्र मीणा के पास है। वही वजीरपुर में अतिक्रमण धीरेधीरे सुरसा का रूप ले रहा है। बाजार हो या सड़क , गली हो या मोहल्ला कोई स्थान अतिक्रमण से अछूता नही है। मुख्य बाजार की तीन फुट की गली में भी मुकेश महाजन,राकेश,सोनू तथा अनिल उर्फ चैटा ने मिलकर पानी की मोटर डालकर और दीवार करके गली से दूसरे का पानी रोकने की कौशिक की है।इस संबंध में तहसीलदार महेन्द्र मीणा के पूर्व तहसीलदार प्रवीण गुप्ता को ज्ञापन दिया गया, लेकिन कार्रवाई छह महीने में भी नही हो पाई। वही कही कही गंदगी का आलम देखने को मिलता है। नगरपालिका के अनुसार सफाई कर्मचारी उपलब्ध नही है। न ही नवीन भर्ती की कोई कार्यवाही की है। वही उपखण्ड अधिकारी का पद रिक्त है। जिस का चार्ज गंगापुर सिटी के उपखण्ड अधिकारी के पास होने वजीरपुर को समय निकालना दूभर होता है।जिससे वजीरपुर वजीरपुर क्षेत्र के लोगों के काम समय पर नही हो पाते है। लोगों कर्मचारी अधिकारी लगाने की मांग की है।