मांडलगढ़।।मांडलगढ़ नगर पालिका उपाध्यक्ष पद के चुनाव में काँग्रेस के जफर टाँक को विजय श्री दिलाने में पंचायत समिति प्रधान सतीष जोशी और नगर काँग्रेस अध्यक्ष रशीद आसाम की कूटनीति काम आई।ओर बीजेपी खेमे से दो निर्दलीयों का समर्थन खींच लाए।हालांकि इसमे पर्दे के पीछे एक प्रमुख खनन व्यवसायी किंग मेकर की भूमिका भी अहम रही।
नगर पालिका वार्ड चुनाव में महज 6 सीटों पर सिमटी काँग्रेस के पार्षदों पर गत दिनों से छाई मायुशी खुशी में तब्दील हो गई।
काँग्रेस पार्टी के वरिष्ठजनों ने बताया कि वार्ड चुनाव में कुछ स्वयंभू नेताओं ने पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर अपने चहेतों को टिकट दिए और पालिका चुनाव में कड़ी शिकस्त खानी पड़ी।
जैसा कि वार्ड 11 में काँग्रेस के बुजुर्ग राजेन्द्र कुमार मारू अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए।और 337 वोटों में महज 12 वोट काँग्रेस में लेकर आए।जिसमे 8 व्यक्ति उनके परिवार के भी शामिल है।यह तय एक उदाहरण मात्र हैं।जबकि अन्य वार्डों में भी काँग्रेस बुरी तरह पिछड़ी हैं।
इस चुनाव में स्वयंभू नेताओं द्वारा विकेंद्रीकरण करने से पार्टी के अन्य हर तबके के नेता,पदाधिकारी, कार्यकर्ता को हाशिए पर धकेला गया।
इसीकी परिणीति में वार्ड संख्या 17 से टिकट माँगने वाली प्रत्याशी नजमा बानू सिलावट को नजर अंदाज किया गया।और उसे कांग्रेस की बागी बन कर मजबूरन निर्दलीय चुनाव पड़ा।जबकि वार्ड का मतदाता उसके पक्ष में टिकट मांग रहा था।लेकिन आज नगर पालिका उपाध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस पार्टी की लाज बचाई एवं नगर पालिका में कांग्रेसजन के लिए दरवाजे खोल दिए।
नजमा बानू सिलावट ने टिकट काटने वाले उन स्वयंभू नेताओं को आज बगले झांकने के लिए विवश कर दिया।