इटावा। स्मार्ट हलचल|राष्ट्रीय पत्रकार सहायता संघ के बैनर तले जनपद इटावा के पत्रकारों ने लोकतंत्र की रक्षा और पत्रकारिता की गरिमा को मजबूत करने हेतु एक महत्वपूर्ण ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम जिलाधिकारी कार्यालय, इटावा पर सौंपा। ज्ञापन में प्रमुख रूप से प्रेस को “लोकतंत्र का चौथा स्तंभ” के रूप में संवैधानिक दर्जा देने की माँग की गई है। साथ ही देशभर में कार्यरत लघु एवं मझौले समाचार-पत्रों को सरकारी मानकों की कठोरता से राहत देने की भी अपील की गई।
ज्ञापन सौंपने पहुंचे पत्रकारों ने कहा कि स्वतंत्र भारत को 75 वर्ष हो चुके हैं, और इस दौरान पत्रकारिता ने हर दौर में जनता की आवाज़ बनकर लोकतंत्र को मजबूती दी है। बावजूद इसके, आज भी प्रेस को न तो संवैधानिक दर्जा प्राप्त है और न ही आवश्यक संरचनात्मक संरक्षण। पत्रकारों ने तर्क दिया कि जब कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका को संवैधानिक मान्यता मिली हुई है, तो फिर प्रेस को क्यों नहीं?
ज्ञापन में यह भी स्पष्ट किया गया कि देशभर में हज़ारों लघु व मझोले समाचार-पत्र आज भी न्यून संसाधनों में जनहित की पत्रकारिता कर रहे हैं। लेकिन उन्हें डीएवीपी, आरएनआई, सूचना विभाग सहित अन्य संस्थानों के कठोर और मनमाने मापदंडों के कारण अनेक बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। कई समाचार-पत्र सरकारी विज्ञापन नहीं लेते, फिर भी उन पर उन्हीं मानकों का बोझ डाला जाता है, जिससे स्वतंत्र स्वर कुंठित हो रहे हैं।
पत्रकारों ने ज्ञापन के माध्यम से यह भी कहा कि पत्रकारिता आज सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि राष्ट्रहित की जिम्मेदारी बन चुकी है। ऐसे में उसे संवैधानिक दर्जा देना केवल समय की माँग नहीं, बल्कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक कदम है।
ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष असित यादव, वरिष्ठ पत्रकार राजीव कुमार, कपिल यादव, रजनीश कुमार, प्रेम माथुर और विवेक यादव आदि मौजूद रहे।