दिलखुश मोटीस
सावर(अजमेर)@स्मार्ट हलचल|जल जीवन मिशन के तहत सावर क्षेत्र में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को पिछले 14 माह से वेतन नहीं मिलने से उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुशायता, गोरधा, पिपलाज, सदारा, कालेडा कंवरजी, आलोली सहित कई ग्राम पंचायतों में कार्यरत जलदाय विभाग के संविदा कर्मचारियों का भुगतान अक्टूबर 2024 से लंबित है।
कर्मचारियों ने बताया कि वे नियमित रूप से गांवों में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बनाए रखने का कार्य कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद वेतन का भुगतान नहीं हो पाया है। वेतन नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों के परिवारों के सामने दैनिक खर्चों को पूरा करना कठिन हो गया है।
इस संबंध में संविदा कर्मचारियों द्वारा केकड़ी के अतिरिक्त जिला कलेक्टर चंद्रशेखर भंडारी को दो बार ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
राजस्थान संयुक्त कर्मचारी एवं मजदूर महासंघ अजमेर के संभाग अध्यक्ष सीताराम वैष्णव ने बताया कि विभागीय दिशानिर्देशों में स्पष्टता नहीं होने के कारण केकड़ी क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन भुगतान अटका हुआ है। उन्होंने कहा कि इस विषय में सरकार को अवगत कराया जाएगा।
महासंघ ने शीघ्र वेतन भुगतान नहीं होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
इन पंचायतों में कार्यरत कर्मियों का वेतन बकाया है— कुशायता से हंसराज, पिपलाज से मुकेश, गोरधा से रामनिवास, आलोली से नाथूराम कुमावत, सदारा से किशनलाल गुर्जर, कणोज से पप्पूलाल, देवलिया खुर्द से लाडा देवी, काचरिया से जाकिर हुसैन तथा कालेडा कंवरजी से मिठूलाल बैरवा। वहीं कादेडा पंचायत के मनराज कीर को लंबे समय से वेतन नहीं मिला है।


