(बिन्टू कुमार)
नारायणपुर |स्मार्ट हलचल|कस्बे में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा लगभग 60 लाख रुपये की लागत से बानसूर रोड से बास गोवर्धन तक बनाई जा रही नॉन पेचेबल मिसिंग लिंक सड़क को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है, जिससे यह सड़क रात को बनकर तैयार हुई और सुबह तक उखड़ गई। आगामी कुछ ही दिनों में मानसून के आगमन की संभावना है, ऐसे में ग्रामीणों को चिंता है कि यह सड़क पहली ही बारिश में बह सकती है। इसी के चलते सोमवार को ग्रामीणों ने लाखोड़ा बिजली ग्रिड के पास एकत्र होकर पीडब्ल्यूडी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि निर्माण कार्य में पारदर्शिता नहीं बरती गई और जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार द्वारा मानकों के विपरीत काम किया गया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सड़क निर्माण की गुणवत्ता में सुधार नहीं किया गया और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे। इस मामले में जब पीडब्ल्यूडी एक्सईएन नीलम पुनिया से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण में 20 एमएम पीएमसी तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सड़क की गुणवत्ता को लेकर कोई शिकायत है, तो जांच करवाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। इस मौके पर युवा नेता राकेश दायमा, मन्ना लाल सैनी, बाबुराम सैनी, तेजपाल शेखावत, विक्रम सैनी, रोहिताश शेखावत, धीरज कुमावत, प्रमोद मीणा, योगेश जाट, विमल कुमावत, शंकर लाल सैनी, जगदीश यादव, रामसिंह यादव, कमलेश शर्मा, जगदीश शर्मा, भूपेश शर्मा और लाला राम सैन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों की मौजूदगी रही।