♦”हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और” कहावत को चरितार्थ कर गए प्रभारी सचिव एटरु,,Corruption of Chittaurgarh incharge secretary and collector
आखिर क्यों प्रभारी सचिव एटरू ने बनाएं रखी मिडिया से दूरी?
क्या उन्हें हिंदुस्तान जिंक द्वारा प्रतिदिन लाखों लीटर जल दोहन करने की जानकारी नहीं या फिर कर रहे हैं अनदेखी?Are they not aware of Hindustan Zinc exploiting lakhs of litres of water every day or are they ignoring it?
स्मार्ट हलचल/एटरु ने बैठक में अधिकारियों को बिजली और पेयजल समस्या का तुरंत समाधान करने के साथ फील्ड में रहने के निर्देश भी प्रदान किए लेकिन जिंक द्वारा जल दोहन पर चुप्पी बनाए रखी, सम्भवतया इसलिए प्रभारी सचिव एटरु मिडिया से दो मिनट भी मुखातिब होने से बचते नजर आएं।
चित्तौड़गढ़, 29 मई। स्मार्ट हलचल/जिले के प्रभारी सचिव एवं अध्यक्ष डिस्कॉम एवं प्रबंध निदेशक, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड भानु प्रकाश एटरू ने बुधवार को जिला परिषद सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। प्रभारी सचिव ने गर्मी के मौसम में जिले में पानी और बिजली संकट के साथ हीटवेव को लेकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने और फिल्ड में रहकर जनता को राहत देने के निर्देश दिए। वहीं इसके साथ अन्य विभागों के कार्यों की भी समीक्षा की। प्रभारी सचिव ने पीने के पानी की उपलब्धता और सप्लाई को लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकारियों को बेहतर जल प्रबंधन करते हुए आमजन को पेयजल की राहत देने के निर्देश दिए।
उन्होंने भीषण गर्मी एवं हीट वेव में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सहित नगर परिषद् द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा भी की और कहा कि सरकार की मंशा के अनुसार आमजन और पशु-पक्षियों को पानी की समस्या नहीं हो, इसके लिए पुख्ता व्यवस्था किए जाए। फील्ड स्टाफ को अलर्ट रहने, मांग पर टैंकर को तुरंत भेजने के निर्देश दिए। वहीं बिजली संकट को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों को व्यवस्था सुचारू करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान प्रभारी सचिव ने हीटवेव को लेकर पीएचसी और सीएचसी पर मरीजों के लिए दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था, कूलर की व्यवस्था के भी निर्देश दिए। मौसमी बीमारियों के लिए पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने और अधिक से अधिक फिल्ड में रहकर लोगों को राहत देने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर आलोक रंजन ने प्रभारी सचिव को विभागवार किए जा रहें कार्यों की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने जल जीवन मिशन, कपासन, बेगूं सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में टैंकरों एवं अन्य पेयजल योजनाओं से की जा रही सप्लाई की जानकारी दी।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) राकेश कुमार, डीएफओ विजय शंकर पाण्डेय, अतिरिक्त जिला कलक्टर (भू.अ.) सुरेन्द्र सिंह पुरोहित, रावतभाटा एडीएम विनोद मल्होत्रा अति. पुलिस अधीक्षक, सहित अधीक्षण अभियंता पीएचडी, एवीवीएनएल, पीडब्ल्यूडी, अति. मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, चित्तौड़गढ़ उपखण्ड अधिकारी, नगर परिषद आयुक्त सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
इन सब के बावजूद ना तो जिला कलक्टर और ना ही प्रभारी सचिव ने जिले के मिडिया कर्मियों को पास ही भटकने दिया। मिडिया कर्मियों के द्वारा कहा गया कि जब प्रभारी सचिव जनता के प्रति अपनी जवाबदेही को समझते हुए ज़िले में बैठक कर समस्याओं पर औपचारिक बात कर रहे हैं तो फिर जनता के प्रति पारदर्शिता और जवाबदेही को प्रमाणित करने के लिए मिडिया से रु ब रु क्यों नहीं हो रहें। क्या प्रभारी सचिव को चित्तौड़गढ़ जिले में प्रतिदिन हिंदूस्तान जिंक द्वारा किए जा रहे लाखों लीटर जल दोहन करने की जानकारी नहीं या फिर जानकारी होने के बाद भी आंखें बंद कर मात्र जनता की व्यवस्थाओं की बैठक के लिए औपचारिकता पूर्ण कर रहे हैं।