बन्शीलाल धाकड़
गौ शाला का अनूठा आयोजन गौ माता के लिए आ रहे है मायरे। 31 गावों से आ रहे हैं गौ मायरे
डूंगला, उपखंड के कृष्ण नगर आलाखेड़ी के श्री राधे कृष्ण गौ शाला में चल रही गौ भागवत कथा के दौरान कथा वाचक क्रांतिकारी संत ब्रह्मानंद रामायणी महाराज ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण को गौ माता अत्यंत प्रिय थी। गौ माता का मार्ग में मिल जाना भी सौभाग्य की बात है गौ माता को प्रणाम करना चाहिए व गौ माता की सेवा करनी चाहिए इससे बड़ा कोई और धर्म नहीं है। कथा में भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया इस अवसर पर टॉफियां व फल वितरित किया गया , श्रद्धालुओ ने बधाईयो पर नाच गान कर उत्सव का आनंद उठाया। गौ भागवत कथा में कई गावों से गौ भक्त गौ माता के लिए मायरा लेकर आ रहे है भक्त सुबह 10 बजे भारतीय परिधान पहन कर व माताएं बहनें लाल चुंदड़ ओड कर गांव पहुंच रहे है समस्त ग्रामवासियों के साथ बाजे गाजे के साथ कथा स्थल गौ शाला में पहुंचते हे गौ शाला में सभी मायरा लाने वाले भक्तो का स्वागत अभिनंदन गौ शाला परिवार द्वारा किया जाता है। गौ माता के मायरे में गौ भक्तो द्वारा 21000, 51000, 111000 रुपए व गौ ग्रास, चारा, हरी घास गुड़ दलिया सेंधा नमक खल कपाश्या सहित सभी सामग्री ट्रेक्टर भर भर कर मायरे वाले अपने गांव से साथ में लेकर आ रहे हैं। आस पास के सभी गांव के श्रद्धालू कथा श्रवण करने आ रहे है।