पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने पुलिस बल की कार्यप्रणाली को किया इग्नोर वारदात से अनजान दर-बदर भटकने को पीड़ित मजबूर
अजय शर्मा
(म.प्र.) मऊगंज :- स्मार्ट हलचल /एक तरफ प्रदेश के मुखिया मोहन यादव जनता को संबोधित करते हैं की भाजपा सरकार में सब का साथ सब का विकास और दूसरी तरफ नशा मुक्त प्रदेश बनने की घोषणा तीसरी घोषणा सुरक्षा का दायित्व जी हां बात कर रहे नवीन जनपद मऊगंज की जहां प्रदेश के मुखिया आकर जनता को दिलासा देते हैं वहीं दूसरी तरफ गांधी जी के कमाल से पुलिस बल के सह पर खुलेआम लोगों के साथ एक से बढ़कर वारदात का अजमा दिए जा रहा है ।
नवीन जनपद की घोषणा होने के बाद खून के आंसू रोने को हुई मजबूर जनता अपनी जान की रक्षा और परिवार की रक्षा की गुहार किससे करें जहां पर प्रदेश के मुखिया बड़ी बड़ी बाते करके गए एक तरफ वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा की जिम्मेदार अधिकारी को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं उनके साथ मिलकर भ्रष्टाचार की चरम सीमाएं पार कर चुके हैं ।
मऊगंज थाना में स्थित महिला प्रभारी प्रज्ञा पटेल से लेकर थाना प्रभारी की सह पर एक से बढ़कर एक हिम्मतवाले वारदात को आज़म दे रहे हैं जी हां किसी भी तरह की अपराध हो सब एक पक्ष की बात सुनकर मुकदमा पंजीकृत करके गुनेहगार साबित कर दिया जाता है जी अगर वही गांधी का असर आ जाता है तो एक गुनेहगार भी बेकसूर समझ कर छोड़ दिया जाता है ।
थाना में एक प्राथमिकी आवदेन पर ही गुनेहगार हो या एक बेकुसूर को एक जज की तरह सजा सुनने के नियम लागू है मऊगंज थाना में
मादक पदार्थों की थोक सप्लाई से लेकर फुटकर विक्रेता तक की खुलेआम अपने व्यापार को दिन दुना रात चौगुनी तरक्की कर रहें । लेकिन चुप्पी साधे अपनी जेब गरम करने में मस्त है मऊगंज थाना के सभी पदस्थ सदस्य जनता किस उम्मीद पे जाए थाना में अपनी फरियाद लेकर एक अहम सवाल जनता के बीच जिसमें अब तक पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने कोई उचित कार्रवाई नहीं किए
आपको बताते चलें भाजपा विधायक प्रदीप पटेल की कुछ विडियो वायरल हो रही थी की जो गुटखा पान मसाला खाएंगे उनको सलाखों के पीछे होना पड़ेगा लेकिन जो अवैध मादक पदार्थ की सप्लाई कर रहे हैं उनके कुछ नहीं कहां मतलब कहीं ना कहीं भाजपा विधायक प्रदीप पटेल का भी अहम भूमिका समझ में आती है ।
नवीन जनपद मऊगंज पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर से जनता चीख चीखकर न्याय मांगने पर मजबूर क्या पुलिस अधीक्षक द्वारा मऊगंज थाना में सभी पदस्थ कार्मिक को निलंबित करके जनता में एक नया भरोसा बना पाएगी या फिर जनता के साथ हो रहें अत्याचार को चुपचाप देखती रहेगी जनता की उम्मीद अब पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर पर है क्या यह जनता के साथ हो रहे हैं अत्याचार को देखते हुए उचित कार्रवाई करेगी या नहीं जनता न्याय की उम्मीद इन्तजार कर रही है।
पुलिस रक्षक के भेष में भक्षक बन बैठे अधिकारी को निलंबित करके जनता का फिर से भरोसा वापस पा सकती है पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर या नहीं चर्चा का विषय बन चुका है।