गंगापुर – सगरेव के दशरथ हत्याकांड को लेकर रोड़ जाम करना ग्रामीणों को महंगा पड़ा। रायपुर पुलिस ने जाम लगाने के आरोप में 34 नामजद लोगों के साथ ही 150 अन्य ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। दशरथ हत्याकांड मामले में कातिलों की गिरफ्तारी, मृतक के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग को लेकर यह चक्काजाम शुक्रवार को किया गया था।
रायपुर पुलिस के अनुसार, सगरेव निवासी दशरथ पुत्र गोपी गुर्जर उम्र 15 वर्ष 3 जनवरी की सुबह बकरिया चराने के लिए घर से खेत गया, जिसकी लाश दोपहर में बंबूल के पेड़ से लटकी मिली थी। इस घटना को लेकर मृतक के भाई रमेशचंद्र ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया था।
इस मामले में नौ दिन बाद भी जब पुलिस कोई खुलासा नहीं कर पाई तो ग्रामीण शुक्रवार सुबह एसडीएम ऑफिस पर पहुंचे, जहां मृतक दशरथ गुर्जर के परिजनों को राज्य सरकार से आर्थिक मुआवजा, सरकारी नौकरी देने के साथ ही कातिलो की जल्द से जल्द पकड़ने की मांग करने लगे। इन लोगों ने स्टेट हाइवे 75 रामगढ़-भींडर रोड पर मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने जाम लगा दिया और सडक़ पर बैठ गये। इसके चलते रायपुर थाने के दीवान नारायण लाल ने रायपुर थाने मे ग्रामीणों के खिलाफ रोड जाम कर आने जाने वाले राहगीरो व वाहनो का रास्ता अवरुद्ध कर बाधा पहुंचाने के आरोप में 34 नामजद के साथ ही 150 अन्य ग्रामीणो के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।
इनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
कस्तुर बड़वा, घनश्याम शर्मा, ज्ञानमल गुर्जर, दिनेश गुर्जर, राधेश्याम बडवा, देवीलाल शर्मा, पीरु बडवा, रामु गुर्जर, मेहता गुर्जर, रामकंवर बडवा, भावना बडवा, श्रवण बडबा, हीरालाल पिता नारायण गुर्जर, मेवाराम गुर्जर, भंवर गुर्जर, रमेश पुत्र सुवा गुर्जर, नाना गुर्जर, किशन गुर्जर, देवकिशन गुर्जर, गिरधारी गुर्जर, बालुराम गुर्जर, लादुमिह बडवा, लेहरुलाल पुत्र चुन्नीलाल गुर्जर, नरेन्द्रसिह बडवा, महेन्द्रसिंह बडवा, प्रियांस कामड, रमेश पुत्र गोपी गुर्जर, रोशन गुर्जर, प्रभु गुर्जर, भंवर गुर्जर, भैंरू पुत्र आसु गुर्जर, सुरेश गुर्जर, अरिहन्त सुखलेचा, रामलाल गुर्जर व अन्य 150 व्यक्ति।