(हरिप्रसाद शर्मा)
पुष्कर/अजमेर/स्मार्ट हलचल/पुष्कर की फ्रेंड्स कॉलोनी में रहने वाली नंदकिशोर वाल्मीकि की तीन बेटियों ने नंदकिशोर की मृत्यु पर उसे कंधा देकर मुखाग्नि दी है ।आज के युग में बेटियां किसी भी मामले में बेटों से कम नही होती भले ही बात पिता को अंतिम विदाई देने की हो या पुत्र की जगह मुखाग्नि देने की हो ।
यह बात को पुष्कर की फ्रेंड्स कॉलोनी में रहने वाली नंदकिशोर वाल्मीकि की तीन बेटियों ने चरितार्थ कर बताया । 45 वर्षीय वाल्मीकि ने शुक्रवार को मानसिक बीमारी के चलते परेशान होकर खुद अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया था ।उनके कोई बेटा ना होने के कारण घर के बुजुर्गों और परिजनों ने फैसला लिया कि वाल्मीकि की तीनों बेटियां तनु,गुनगुन और कुमकुम ना केवल अपने पिता को कांधा देगी ,बल्कि मुखाग्नि भी वही देगी ।पिता का साया सर से उठने के बड़े दुःख के बावजूद तीनो बेटियों ने हिम्मत से काम लेते हुए ना केवल अपने पिता को कांधा दिया बल्कि मुखाग्नि देके अंतिम विदाई भी दी ।इसको देखकर अंतिम संस्कार में मौजूद हर किसी की आँखे नम हो गयी ।अंतिम संस्कार में पूर्व पार्षद शम्भू चौहान ,सुखराम मट्टू सहित अनेक समाजबंधु शामिल हुए ।