Homeराजस्थानकोटा-बूंदीभारतीय नागरिक की दिवंगत देह को सउदी से भारत नहीं भेजने पर...

भारतीय नागरिक की दिवंगत देह को सउदी से भारत नहीं भेजने पर राजस्थान हाईकोर्ट का बड़ा एक्शन

राजस्थान हाईकोर्ट ने मां की याचिका पर सऊदी अरब सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा।

बूंदी के कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा की विधिक सहायता से परिवार ने दायर की याचिका।

भारत सरकार व राजस्थान सरकार से भी जवाब तलब।

बूंदी 11 दिसंबर।स्मार्ट हलचल| बूंदी- सउदी अरब से राजस्थान के निवासी भारतीय नागरिक रमेश कुमार मेघवाल की दिवंगत देह के मृत्यु के 28 दिन बाद भी सम्मानजनक का अंतिम संस्कार के लिए भारत नहीं भेजे जाने को लेकर गुरुवार को राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर में बड़ा एक्शन लिया है।राजस्थान के बालोतरा जिले के दिवंगत 19 वर्षीय भारतीय नागरिक स्व. रमेश कुमार मेघवाल की मां की याचिका पर जस्टिस नूपुर भाटी ने किंगडम ऑफ़ सऊदी अरेबिया नई दिल्ली स्थित सऊदी अरब दूतावास को नोटिस जारी कर सऊदी अरब सरकार से जवाब मांगा है।भारतीय न्यायपालिका द्वारा मानवीय संवेदनाओ जुड़े हुये गंभीर मामले में एक विदेशी सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया जाना बड़ा कदम माना जा रहा है। मामले की अगली सुनवाई 17 दिसंबर को तय की गयी है। 17 दिसंबर को इस मामले में सऊदी सरकार सरकार की ओर नई दिल्ली स्थित सऊदी अरब दूतावास की ओर से अपना पक्ष रखा जायेगा। उल्लेखनीय है कि इस मामले में राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक बूंदी के कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम राष्ट्रपति सचिवालय में याचिका दायर की थी जिसके बाद राष्ट्रपति सचिवालय ने विदेश मंत्रालय को कार्यवाही के निर्देश दिये थे।

मजबूर होकर ली न्यायपालिका की शरण

राजस्थान के बालोतरा जिले के गिड़ा तहसील के मेघवालों की ढाणी गांव के निवासी 19 वर्षीय युवा रमेश कुमार मेघवाल की विगत 13 नवंबर को सऊदी अरब में संदिग्ध परिस्थितियों पर मृत्यु हो गयी थी। मृत्यु के कई दिन बाद भी दिवंगत देह को भारत नहीं भेजने के बाद इस मामले में विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिए कार्य करने वाले राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक बूंदी निवासी चर्मेश शर्मा ने राष्ट्रपति सचिवालय में याचिका दायर की थी।साथ ही राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और विदेश मंत्रालय में भी शिकायत दर्ज करवायी थी।शर्मा की याचिका पर राष्ट्रपति सचिवालय ने भी विदेश मंत्रालय को कार्यवाही के निर्देश दिये थे।जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने शर्मा को मेल भेजकर अधिकृत जवाब भी जारी किया था। लेकिन जब म्रत्यु के 27 दिन बाद भी स्व.रमेश कुमार की दिवंगत देह को भारत नही भेजा गया तो चर्मेश शर्मा की विधिक सलाह व सहयोग से पीड़ित परिवार ने अंततः न्यायपालिका की शरण लेने का निर्णय लिया और बुधवार को दिवंगत रमेश कुमार की माँ तीजू बाई ने हाईकोर्ट से अधिवक्ता सुशील विश्नोई और सुनील पुरोहित के माध्यम से अपने बेटे के अंतिम दर्शन करवाने की गुहार लगायी। हाईकोर्ट ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुये अगले ही दिन गुरुवार को सुनवाई निर्धारित कर दी।

भारत सरकार व राजस्थान सरकार को भी नोटिस

अपने बेटे की दिवंगत देह को अंतिम संस्कार के लिए भारत लाने की याचिका पर हाईकोर्ट ने किंगडम ऑफ़ सऊदी अरेबिया सऊदी अरब दूतावास नई दिल्ली के साथ भारत सरकार को भी विदेश सचिव विक्रम मिश्री के माध्यम से नोटिस जारी किया है।हाईकोर्ट ने विदेश मंत्रालय खाड़ी देशों के प्रभारी संयुक्त सचिव व राजस्थान सरकार को भी गृह सचिव के माध्यम से नोटिस जारी किया है। हाई कोर्ट में याचिका करता की ओर से एडवोकेट सुशील बिश्नोई व भारत सरकार की ओर से एएसजी भरत व्यास ने अपना पक्ष रखा।

भारतीय दूतावास ने यह दिया था जवाब

राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा की ओर से 25 नवम्बर को राष्ट्रपति सचिवालय में याचिका दायर करने के बाद इस मामले में 26 नवम्बर को सऊदी अरब भारतीय दूतावास ने शर्मा को अपनी ओर से अधिकृत जवाब भेजते हुये कहा था कि सऊदी पुलिस के द्वारा मामले की जांच की जा रही है।रमेश कुमार की दिवंगत देह की फॉरेंसिक मेडिकल रिपोर्ट मिलने के बाद ही सऊदी पुलिस की ओर से भारतीय दूतावास को सौंपा जायेगा ।और उसके बाद भारतीय दूतावास की ओर से एनओसी जारी कर दिवंगत देह को परिवार के पास भारत भेजा जायेगा।विगत 3 दिसंबर को सऊदी अरब रियाद भारतीय दूतावास की ओर से शर्मा को स्व.रमेश कुमार की मृत्यु प्रमाण पत्र की प्रति भी भेजी गयी जिसमें मृत्यु का कारण आत्महत्या करना बताया गया। लेकिन सऊदी पुलिस के द्वारा मेडिकल रिपोर्ट जारी नहीं करने से दिवंगत देह को भारत भेजने को लेकर असमर्थता जतायी गयी।

स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर 31 जनवरी 2025, Smart Halchal News Paper 31 January 2025
स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर 31 जनवरी 2025, Smart Halchal News Paper 31 January 2025
news paper logo
RELATED ARTICLES