अपर महाप्रबंधक ने वाराणसी में किया निरीक्षण, दिए अहम निर्देश!
शीतल निर्भीक
वाराणसी। स्मार्ट हलचल/सावन महीने में शिवभक्तों की भारी भीड़ और रेल यात्रियों की संख्या को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे ने कमर कस ली है। यात्रियों को बेहतर सुरक्षा और सुविधाएं देने के उद्देश्य से पूर्वोत्तर रेलवे के अपर महाप्रबंधक दिनेश कुमार सिंह ने गुरुवार को वाराणसी मंडल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने डीजल लॉबी का निरीक्षण करने के साथ मंडल कार्यालय में समीक्षा बैठक भी की।
निरीक्षण के दौरान उनके साथ अपर मंडल रेल प्रबंधक (आप) राजेश कुमार सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) अजय कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर.जे. चौधरी, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त एस. रामाकृष्णन, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अजय प्रताप सिंह, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शेख रहमान, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर अनुज वर्मा, विद्युत इंजीनियर (सामान्य) पंकज केशरवानी, विद्युत इंजीनियर (कर्षण) आर.एन. सिंह, सिगनल व दूरसंचार इंजीनियर यशवीर सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
डीजल लॉबी में निरीक्षण के दौरान उन्होंने गार्ड और लोको क्रू की लॉबी, साइनिंग ऑन/ऑफ कियॉस्क, ड्यूटी रजिस्टर, पीएमई और रिफ्रेशर प्रशिक्षण की स्थिति की समीक्षा की। साथ ही रनिंग स्टाफ द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले संरक्षा उपकरणों — जैसे VHF सेट, एंटी फॉग डिवाइस, LED टॉर्च और यूटिलिटी किट की जांच की। उन्होंने लॉबी के क्लास रूम और रेस्ट रूम में दी जाने वाली सुविधाओं पर संतोष जताया।
इसके बाद अपर महाप्रबंधक मंडल कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव और अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें सावन मेले को ध्यान में रखते हुए संरक्षा, सुरक्षा, यात्री सुविधाएं, स्टेशन उन्नयन, मानसून प्रबंधन, ड्रेनेज सुधार, पटरियों की सुरक्षा और समपार फाटकों की स्थिति पर चर्चा हुई।
दिनेश कुमार सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि रेल संरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने पथ, पुल, समपार और अन्य संरचनाओं के रखरखाव को प्राथमिकता देने की बात कही। सभी विभागों के बीच समन्वय और तालमेल को आवश्यक बताते हुए उन्होंने समयबद्ध योजना और ट्रैक कार्यों के निष्पादन पर बल दिया।
गेटमैनों के प्रशिक्षण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें संरक्षा नियमों और आपातकालीन प्रक्रियाओं की पूरी जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ ही रेलकर्मियों को समय पर यूनिफॉर्म, जूते, जैकेट, रेनकोट आदि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने यह भी कहा कि ट्रैक किनारे के गांवों में रहने वाले लोगों को रेल संरक्षा और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए ताकि किसी भी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके। मानसून में पटरियों की देखरेख और मरम्मत कार्य को त्वरित रूप से पूरा करने के निर्देश दिए गए।
अपर महाप्रबंधक ने कहा कि सावन के इस पवित्र महीने में लाखों यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेलवे का हर कर्मचारी पूरी जिम्मेदारी और सतर्कता से काम करे। उन्होंने वाराणसी मंडल द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना भी की। इस पूरे निरीक्षण और बैठक की जानकारी जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने मीडिया को दी।