राकेश मीणा
मसूरी | स्मार्ट हलचल|संस्कृत शिक्षा सचिव दीपक कुमार गैरोला ने जनपद देहरादून के मसूरी स्थित श्री सनातन धर्म संस्कृत उत्तर मध्यमा विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सचिव ने विद्यालय में रखे गए समस्त शैक्षणिक व प्रशासनिक अभिलेखों की गहन जांच की। इसमें अध्यापक व छात्र उपस्थिति पंजिका, अतिथि पंजिका, विद्यालयीय गतिविधियों से संबंधित छायाचित्र पंजिका सहित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज शामिल रहे।
निरीक्षण के बाद सचिव दीपक कुमार गैरोला ने विद्यालय परिसर में छात्रों से संवाद किया। उन्होंने छात्रों को अध्ययन के प्रति रुचि बढ़ाने, लक्ष्य निर्धारित करने एवं भविष्य की दिशा तय करने को लेकर मार्गदर्शन दिया। सचिव ने कहा कि संस्कृत शिक्षा को समय की आवश्यकता के अनुरूप आधुनिक विषयों से जोड़ना जरूरी है, ताकि विद्यार्थियों को व्यापक अवसर मिल सकें।
सचिव ने शिक्षकों को निर्देश दिए कि श्रीमद्भगवद्गीता के अष्टादश अध्यायों का भावार्थ एवं सार सहित नियमित पठन-पाठन कराया जाए। इसके साथ ही नगर पालिका क्षेत्र एवं आसपास के क्षेत्रों में नियमित संस्कृत संभाषण शिविरों का आयोजन करने पर भी जोर दिया, जिससे छात्रों के साथ-साथ आमजन में भी संस्कृत भाषा के प्रति रुचि विकसित हो सके।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने सचिव को अवगत कराया कि प्रतिवर्ष छात्रों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जाया जाता है। पूर्व वर्षों में मथुरा-वृंदावन का भ्रमण कराया गया, जबकि इस वर्ष छात्रों को ऋषिकेश ले जाने की योजना है। इस पर सचिव ने निर्देश दिए कि अन्य संस्कृत विद्यालयों के विद्यार्थियों के साथ संयुक्त कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिससे संस्कृत संभाषण एवं गीता-संवाद के माध्यम से विचारों का आदान-प्रदान हो सके।
छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सचिव दीपक कुमार गैरोला ने विद्यालय प्रबंधन से कहा कि उत्तराखंड शासन के निर्देशों के तहत उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद से पूर्व एवं उत्तर मध्यमा स्तर पर विज्ञान और गणित विषयों की मान्यता प्राप्त की जाए। साथ ही योग्य अध्यापकों की नियुक्ति की जाए, ताकि आने वाले समय में संस्कृत विद्यालयों के छात्र भी JEE मेन्स और NEET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले सकें।
सचिव ने छात्रों को संस्कृत के साथ-साथ एक विदेशी भाषा सीखने की सलाह दी। उन्होंने मानसिक दक्षता और तार्किक क्षमता के विकास के लिए भारतीय गणित को वैकल्पिक विषय के रूप में अपनाने पर भी जोर दिया।
निरीक्षण कार्यक्रम के बाद सचिव ने स्टेशनरी एवं अन्य शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने वाली कृपालु महाराज जी की संस्था ‘राधा कुंज’ का भ्रमण किया और इस सामाजिक कार्य के लिए संस्था के पदाधिकारियों का आभार जताया।


