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दीपावली केवल दीपों का नहीं, आत्मप्रकाश का पर्व है — आर्यिका विभाश्री माताजी

संसार के मोहजाल से मुक्ति ही आत्मशुद्धि का मार्ग : आर्यिका विभाश्री माताजी

कोटा। स्मार्ट हलचल|विज्ञान नगर स्थित दिगंबर जैन मंदिर इन दिनों आध्यात्मिक साधना और आत्मचिंतन का केंद्र बना हुआ है। परम पूज्य गणिनी प्रमुख आर्यिका श्री 105 विभाश्री माताजी एवं आर्यिका श्री 105 विनयश्री माताजी (संघ सहित) के सान्निध्य में 13 पिच्छियों का चातुर्मास उत्सव श्रद्धा, अनुशासन और भक्ति के साथ निरंतर जारी है।चातुर्मास समिति के अध्यक्ष विनोद टोरड़ी ने बताया कि दीप प्रज्वलन, शास्त्र भेंट एवं पादपक्षालन का पुण्य कार्य श्रावक श्रेष्ठी अशोक, नमिता, अनुकृति, राघव, सुक्रति और अनुभव जैन (पोटलिया परिवार, बसंत विहार, कोटा) द्वारा संपन्न हुआ। कार्याध्यक्ष मनोज जैसवाल ने जानकारी दी कि प्रवचन श्रृंखला में आगामी दिनों में पूज्य आर्यिका विभाश्री माताजी “दीपावली पूजन — कब, क्यों और कैसे करें” विषय पर विस्तृत रूप से मार्गदर्शन करेंगी।

मोह और विषय-वासनाओं से मुक्ति ही आत्मशुद्धि का मार्ग
प्रवचन के दौरान पूज्य गणिनी प्रमुख आर्यिका श्री 105 विभाश्री माताजी ने कहा कि संसार में मनुष्य अनेक प्रकार के मोहजाल में उलझा हुआ है। मन की चंचलता और विषय-वासनाएं ही उसके दुख का मूल कारण हैं। जैसे अग्नि में पड़ने पर सोना तपकर शुद्ध होता है, वैसे ही आत्मा भी तप और त्याग से ही निर्मल बनती है।
माताजी ने कहा कि संसार अस्थायी है, इसलिए व्यक्ति को अपने जीवन का लक्ष्य आत्मकल्याण बनाना चाहिए। जो साधना और संयम के मार्ग पर चलता है, वही सच्चे अर्थों में सुख और मुक्ति प्राप्त करता है। उन्होंने कहा, “जो साधु आत्मकल्याण की दिशा में अग्रसर होते हैं, वे संसार से तिरस्कार नहीं, बल्कि मुक्ति का मार्ग प्राप्त करते हैं।”

दीपावली आत्मप्रकाश और आत्मविकास का प्रतीक पर्व
आर्यिका विभाश्री माताजी ने कहा कि दीपावली केवल दीपों का त्यौहार नहीं, बल्कि आत्मप्रकाश का प्रतीक पर्व है। कार्तिक कृष्ण अमावस्या का दिन भगवान महावीर के निर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो आत्मनिर्माण और आत्मविकास का सन्देश देता है।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति को इस दिन नकारात्मकता, क्रोध, लोभ और अहंकार जैसे अंधकार को दूर कर आत्मा का आलोक जगाना चाहिए। 48 ऋद्धि मंत्रों का जप करने से घर की नकारात्मक शक्तियाँ समाप्त होती हैं और सुख-शांति, समृद्धि तथा सौभाग्य की वृद्धि होती है।

भक्ति व अनुशासन से भरा आयोजन
कार्यक्रम का संचालन पी.के. हरसोरा ने किया। चातुर्मास समिति के कार्याध्यक्ष मनोज जैसवाल ने बताया कि प्रवचन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। आयोजन में गौरवाध्यक्ष राजमल पाटौदी,महामंत्री अनिल ठोरा, जे.के. जैन, ताराचंद बडला, अशोक सावला, राजेंद्र गौधा, अशोक कटारिया, विवेक अग्रवाल, पारसमल धनोपिया, मुकेश खटोड़ और रितेश सेठी सहित अनेक समाजसेवी एवं श्रद्धालु सम्मिलित हुए।

स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर 31 जनवरी 2025, Smart Halchal News Paper 31 January 2025
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