– मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से जल्द भेंट करेगा ब्यावर ब्राह्मण समाज का शिष्टमंडल
नितिन डांगी ✍️
ब्यावर – 3 जून, सोमवार
स्मार्ट हलचल।शहर में ब्राह्मण समाज के आराध्यदेव भगवान श्री परशुराम सर्किल की स्थापना एवं मंदिर के लिए भूमि आवंटन की मांग को लेकर समाज बंधु सोमवार को नगर परिषद पहुंचे और नगर परिषद सभापति नरेश कनोजिया व आयुक्त को ज्ञापन देकर शहर में भगवान परशुराम मंदिर बनाने की मांग रखी। साथ ही मुख्य मार्ग पर सर्कल बनाने के लिए स्थान देने की मांग रखी।
भगवान परशुराम जन्मोत्सव समिति के संयोजक अजय शर्मा ने बताया कि भगवान परशुराम केवल ब्राह्मण समाज के नहीं संपूर्ण सनातन धर्म के आराध्य देव है, भगवान विष्णु के अवतार होने से सब समाजों में उनके प्रति आस्था है। इसके लिए सभी की भावनाओं को सम्मान देने के लिए भगवान परशुराम का भव्य मंदिर बनाने के लिए सरकारी भूमि आवंटित करने की आवश्यकता जताई। साथ ही शहर में सौंदर्यकरण को बढ़ावा देते हुए एक सर्कल बनाने के लिए मांग रखी। ताकि आने वाली पीढ़ी भगवान परशुराम के त्याग में तपस्या से रूबरू हो सके। संपूर्ण ब्राह्मण समाज बंधुओं ने विद्वान नवलकिशोर दाधीच, विकास गौड़ द्वारा मांगलिक मंत्रोच्चार के साथ ज्ञापन सौपा और सभापति व आयुक्त से अपनी मांग रखी। इस अवसर पर अजय शर्मा ने बताया कि अपनी माँगो को लेकर समाज बंधुओं का शिष्टमंडल शीघ्र ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भेंट करेगा।
समिति संयोजक अजय शर्मा ने ज्ञापन में बताया कि धर्म नगरी ब्यावर की स्थापना 1 फ़रवरी 1836 को कर्नल जॉर्ज डिक्सन ने ब्राह्मण समाज के विद्वान पुरोहितों द्वारा पूर्ण विधि विधान के अनुरूप करवाई और तत्कालीन समय में ब्राह्मण समाज के परिवारों को विशेष रूप से आमंत्रित कर नगर में बसाया गया था।
संयोजक अजय शर्मा ने बताया कि धर्म नगरी ब्यावर एक ओर जगद्गुरु शंकराचार्य निरंजन देव तीर्थ की जन्मस्थली रही है वहीं तत्कालीन अजमेर मेरवाड़ा राज्य के शिक्षा मंत्री पण्डित बृजमोहन लाल शर्मा की कर्मभूमि भी रही है। समय के साथ साथ विभिन्न समुदायों, धर्म व जातियों के अलावा ब्यावर में ब्राह्मण समाज की आबादी निरंतर बढ़ती रही और आज जनसंख्या के लिहाज़ से अनुसूचित जाति के बाद दूसरे नम्बर पर ब्राह्मण समाज के लोग निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि पण्डित बृजमोहल लाल शर्मा व स्वामी कुमारानन्द जी ने राजस्थान विधानसभा में ब्यावर का प्रतिनिधित्व किया है और ब्यावर नगर परिषद में भी ब्राह्मण समाज का प्रतिनिधित्व हमेशा रहा हैं। वर्तमान नगर परिषद बोर्ड में भी कुल 60 चुने हुए पार्षदों में से सर्वाधिक नौ पार्षद ब्राह्मण समाज से हैं।
ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ एडवोकेट हरीशचंद्र शर्मा ने सभापति नरेश कनौजिया को अवगत कराया कि ब्राह्मण समाज अनादि काल से ही जन जन के कल्याण हेतु समर्पित रहकर सदैव धीर गम्भीर प्रवृत्ति का रहा है। हमें हमारे आराध्य भगवान परशुराम जी के भव्य मन्दिर बनवाने के लिए सुभाष उद्यान में एवँ भगवान परशुराम जी का प्रतीक चिन्ह लगवाने हेतु कोर्ट परिसर के समक्ष उचित स्थान आवंटित करवाया जाए।
इस मौके पर रामकिशोर बलेसरा, रमेशचन्द्र रिणवा, नरेंद्र दवे, पार्षद सरस्वती शर्मा, भूपेन्द्रजीत भोजक, त्रिलोक शर्मा, राजेश शर्मा, रमेशचन्द्र शर्मा, दीपक गील, सत्यप्रकाश डंडायत, बृजवल्लभ पाराशर, सीए एस. एन. शर्मा, योगेश चन्द्र पंचौली, चन्द्रप्रकाश ओझा, नरेंद्र पारीक, मदनमोहन त्रिपाठी, हेमन्त लाटा, लोकेश उपाध्याय, मोहनलाल भोपलावत, वृतंजय आर्य, पंकज शर्मा, जसराज शर्मा, कमल डंडायत, चेतन दूत, हरिओम शर्मा, शैलेंद्र शर्मा, पंकज भूंगा, विक्रम डंडायत, मोहित पाराशर, संजय शर्मा, त्रिभुवन राय बलेसरा, विजय नारायण त्रिपाठी, पुष्पा पाराशर, अनिता भार्गव, निधि शर्मा, लता शर्मा, अजय स्वामी, गोपेन्द्र सारस्वत, महेंद्र शर्मा, मोहित गौड़, जय पारीक सहित बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के गणमान्य उपस्थित रहे।
भगवान परशुराम जन्मोत्सव समिति के मीडिया प्रभारी रवि डंडायत ने बताया कि अग्रिम कार्रवाई के लिए ज्ञापन की प्रतिलिपि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, नगरीय विकास एवँ स्वायत्त शासन मंत्री झब्बर सिंह खर्रा, विधायक शंकर सिंह रावत, अजमेर संभागीय आयुक्त, ब्यावर ज़िला कलक्टर एवँ ब्यावर उपखण्ड अधिकारी को भी प्रेषित की।