(बजरंग आचार्य)
राजगढ़ |स्मार्ट हलचल|शुक्रवार को, पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन (एनएमओपीएस) के तत्वावधान में पूरे भारत में ‘पेंशन आक्रोश मार्च’ का आयोजन किया गया। इसी क्रम में, एनएमओपीएस राजस्थान इकाई के आह्वान पर राज्य भर में कर्मचारियों ने एनपीएस फंड की वापसी और इसके सेटलमेंट की मांग को लेकर प्रदर्शन किए।
राजगढ़ उपखंड मुख्यालय पर प्रदेश सचिव मनोज नालिया के नेतृत्व में कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया और उपखंड अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में एनपीएस फंड को लौटाने और उसके पुन: सेटलमेंट की मांग की गई है।
एनएमओपीएसके पवन गोठवाल ने बताया कि 1 अप्रैल 2022 से राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) लागू हो गई है, लेकिन एनपीएस फंड के कारण सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि 27 जनवरी 2025 को एनपीएस फंड सेटलमेंट के लिए जारी परिपत्र और संचालन प्रक्रिया में सारा आर्थिक बोझ कर्मचारियों पर ही डाल दिया गया है।
गोठवाल ने जोर देकर कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारी आर्थिक सुरक्षा की जगह आर्थिक परेशानियों का शिकार हो रहे हैं। इसी कारण आज एनएमओपीएस राजस्थान के आह्वान पर राज्य भर में प्रदर्शन करके कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से इस आर्थिक बोझ से मुक्ति दिलाने की गुहार लगाई है।
इस प्रदर्शन में पटवार संघ राजगढ़ के तहसील अध्यक्ष मोहित, आरआई रवि कुमार, प्राध्यापक मनीराम शीला, जयप्रकाश मेहरा, विजय बेरवाल, व्याख्याता नथु खत्री, अजय बेरवाल, रमेश कुमार, नरेंद्र कुमार और फार्मासिस्ट भवानी खत्री सहित कई कर्मचारी शामिल हुए।