सुनील बाजपेई
कानपुर। स्मार्ट हलचल|रेल मजदूर यूनियन के उपाध्यक्ष, राकेश मणि पाण्डेय ने रेल व भारत सरकार पर रेल कर्मचारियों को उत्पादकता आधारित बोनस देने के परिप्रेक्ष्य में धोखा देने व गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यहां बताया कि रेलवे कर्मचारियों को विगत वर्षों की तुलना में उसके सापेक्ष ना केवल कम धनराशि बोनस की निर्धारित की गयी है बल्कि तमाम कर्मचारियों को इससे वंचित भी कर दिया गया है।
रेल मजदूर यूनियन के उपाध्यक्ष, राकेशमणि पाण्डेय ने कहा कि ऐसा करना दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं बल्कि रेल कर्मचारियों के साथ सरकार द्वारा एक क्रूर मजाक भी है। इस अन्याय के खिलाफ रेल मजदूर यूनियन भारत सरकार व रेल मंत्रालय के प्रति निन्दा प्रस्ताव भी पारित किए जाने की जानकारी देते हुए रेल मजदूर यूनियन के उपाध्यक्ष, राकेशमणि पाण्डेय ने बताया कि इस पारित प्रस्ताव के तहत रेलवे के सभी जोनों में विरोध प्रदर्शन व ज्ञापन दिये जायेंगे।
रेल मजदूर यूनियन के उपाध्यक्ष राकेशमणि पाण्डेय व क्षेत्रीय महामंत्री लक्ष्मण प्रसाद जायसवाल ने एक संयुक्त विज्ञप्ति में रेल मजदूर यूनियन की ओर से रेलवे और भारत सरकार की वादा खिलाफी व धोखा देने की कटु निन्दा करने के साथ-साथ पूरे भारत के रेलवे जोन में इसके खिलाफ संघर्ष किये जाने के निर्णय की भी घोषणा की और बताया कि दिए गए निर्णय के अनुरूप रेलवे कर्मचारियों द्वारा काला फीता बांधकर कार्य करने, अवकाश के समय पर गेट मीटिंग कर निन्दा प्रस्ताव पास करने तथा आम जनता को सरकार द्वारा बरती जा रही अनियमित्ता और रेल कर्मचारियों के साथ दोहरी नीति का कृत्यों की जानकारी आम जनता को भी दी जायेगी।
उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में मान्यता प्राप्त रेल कर्मचारियों की यूनियनों द्वारा भी उदासीनता अपनाने, रेल कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय पर मूक दर्शक बने रहने और संगठन को सरकार के हाथों गिरवी रखने के खिलाफ आवाज उठाने के साथ ही रेलवे कर्मचारियों को आगाह भी किया जायेगा।
रेल मजदूर यूनियन के उपाध्यक्ष राकेशमणि पाण्डेय व क्षेत्रीय महामंत्री लक्ष्मण प्रसाद जायसवाल ने यह भी कहा कि मान्यता प्राप्त यूनियनें केवल स्वयं स्वयंभू चाटूकारता के चलते सरकार के संरक्षण में खड़ी रहती हैं और इसीलिए विगत 08 बार 80 प्रतिशत हड़ताल के पक्ष में वोट लेकर अन्तिम समय में हड़ताल से अलग होने का निर्णय लेकर कर्मचारियों के हितों पर सरे आम कुठाराघात किया है।
राकेशमणि पाण्डेय व लक्ष्मण प्रसाद जायसवाल ने सरकार व रेल मंत्रालय से उत्पादकता आधारित वास्तविक बोनस का आकलन करने और उसे परिवर्तनीय बोनस के रूप में भुगतान किये जाने की भी जोरदार मांग करते हुए बताया कि आम रेल कर्मचारियों को भी इस सम्बन्ध में जागरूक करने का कार्य रेल मजदूर यूनियन करेगी और इसके लिए प्रत्येक माह एक सप्ताह का जन जागरण 31 मार्च तक चलाया जायेगा।
दोनों नेताओं ने बताया कि इसके पश्चात् दिल्ली स्थित रेल भवन पर एक विशाल रैली का भी आयोजन किया जायेगा, जिसमें रेल कर्मचारियों की वास्तविक व ज्वलन्त मांगों पर निराकरण के लिए ज्ञापन सौंपे भी जाएंगे। ताकि रेलवे की वास्तविक उत्पादकता बोनस का लाभ समुचित रूप सभी कर्मचारियों को मिल सके।


