स्मार्ट हलचल/हरनावदाशाहजी कस्बे के अकलेरा मार्ग पर कलमोदिया जागीर से झालावाड़ जिले की सीमा गणेशपुरा तक चल रहे चौडी सड़क निर्माण कार्य की गति धीमी होने से ग्रामीण पहले ही परेशान है। इसके बाद भी पीडब्लूडी विभाग के ठेकेदार ने रोड की साइडे भरने के लिए मिट्टी के स्थान पर बड़े बड़े पत्थर भी डाल दिये है जो सड़क निर्माण कार्य पुरा होने के बाद दुर्घटना का कारण बनेंगे। हरनावदाशाहजी कस्बे के अकलेरा मार्ग पेट्रोल पंप के बाद से साइडे भरने के लिए मिट्टी के साथ कंकरीट और पत्थर उपयोग मे लेना बडी लापरवाही को दर्शाता है। पीडब्लूडी विभाग की देखरेख मे हो रहे सड़क निर्माण कार्य मे समय रहते इसे नही रोका गया तो भविष्य मे बड़ा हादसा हो सकता है।
9 माह मे बननी थी ढेड साल बाद भी अधूरी, कारण समय पर भुगतान नही हो पाया और बजट तो पहले से ही कम मिला
हरनावदाशाहजी कस्बे के अकलेरा मार्ग पर कलमोदिया से झालावाड़ जिले की सीमा गणेशपुरा तक 13.75 किलोमीटर की सड़क लम्बे अर्से से क्षतिग्रस्त थी। इस सड़क पर निकलने वाले वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होते रहते थे। फिलहाल यहा सम्पर्क मार्ग को छोटी डामर की सड़क थी जो भी जर्जर हालात मे है। पहले भी कम बजट का कारण सड़क का टेंडर नही हो पाया था। जब टेंडर हो गया तो ढेड वर्ष बाद भी कार्य अधूरा ही है। यह कार्य केवल 9 महीने मे पुरा करना था। लेकिन ठेकेदार को समय पर भुगतान नही हुआ तो क्षेत्र की जनता इसका खामियाजा भुगत रही है।
7 मीटर चौड़ी डामर की सड़क मे बनेगी ढाई-ढाई मीटर चौडी साइड
कलमोदिया जागीर तिराहे से हरनावदाशाहजी की ओर आने वाले मार्ग पर जो सड़क बनेगी वह 7 मीटर चौडे डामरीकरण के साथ ढाई-ढाई मीटर चौडी साइड होनी है। इस प्रकार कुल 12 मीटर चौड़ा एरिया कवर किया जाएगा। इसी प्रकार इस 13.75 किलोमीटर के मार्ग मे करीब तीन किलोमीटर के आबादी क्षेत्र मे सीसी रोड बनकर तैयार है। लेकिन डामरीकरण अभी तक शुरू ही नही हो पाया।
बजट की कम मिलने से डामर की लहर कम मोटी बनेगी, चौडी पुलिया नही बनेगी
कलमोदिया से गणेशपुरा तक बनेगी वाली चौडी सड़क के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा भेजे गए प्रस्ताव का आधा भी बजट नही मिल पाया। ऐसे मे सीमित बजट होने के कारण कार्य भी उसी के अनुसार होना। इस 13.75 किलोमीटर के मार्ग पर डामर की हल्की लहर होनी है। यह कार्य ठेकेदार बारिश के मौसम के पहले डामरीकरण कर देता तो शायद एक बारिश भी नही भुगत पाता इसलिए विभाग भी इसे टालता रहा। बारिश के मौसम मे नदी नाले उफान पर होते से मार्ग अवरूद्ध होने की स्थिति बनी रहेगी। एक ओर क्षतिग्रस्त सड़क का काम शुरू होने से खुशी का माहौल है तो दूसरी ओर बजट अभाव मे हो रहे निर्माण कार्य का मलाल भी है। क्षेत्र के ग्रामीणों की मांग है कि लम्बे अर्से के बाद बन रही नई सड़क मे जो कमी बजट अभाव मे रह जाएगी इन्हे भी शीघ्र पुरा किया जाएगा।
दूसरी ओर 23 किलोमीटर के लिए मांगे 43 करोड मिले 40 करोड रुपये
राज्य सरकार ने गत बजट सत्र के दौरान हरनावदाशाहजी से छीपाबड़ौद मार्ग के लिए 40 करोड रूपये की लागत से 23 किलोमीटर लम्बी और सात मीटर चौड़ी सड़क बनने प्रस्तावित बताया। पीडब्लूडी विभाग के अन्तर्गत आने वाले इस सड़क मार्ग पहाड़ी क्षेत्र होने से बारिश के दिनो मे नदी नालो से छोडी पुलियाओ से मार्ग बाधित होने की समस्या भी रहती है। कस्बे के ज्यादातर सरकारी कार्यालय इसी मार्ग पर होने से माताजी की डूंगरी तक की सड़क जल्दी क्षतिग्रस्त होती है। आबादी क्षेत्र मे सीसी रोड बनना प्रस्तावित है। इस मार्ग पर चौडी सड़क बनने से कस्बे मे विकास के नये आयाम स्थापित होगे।
वर्जन
कलमोदिया से गणेशपुरा तक सड़क निर्माण कार्य मे साइड भरने के लिए मिट्टी उपयोग मे ली जाती है। कही पत्थर है तो इन्हे हटवा देगे।
नरेन्द्र सिंह चौधरी
एक्सईएन पीडब्लूडी विभाग छबड़ा