भीलवाड़ा । जिले के आसींद क्षेत्र के देवनगर गांव से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां अंतिम सफर भी दिवंगत महिला के लिए मुसीबत बन गया । अंतिम यात्रा को गांव के ही कुछ लोगो ने विरोध करते हुए रोक दिया तो ग्रामीणों को मजबूरी में शव के साथ बीच रास्ते में बैठना पड़ा और का दौरान दोनो पक्ष आमने सामने हो गए और हंगामा खड़ा को गया। उधर घटनाक्रम की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ओर प्रशासन मौके पर पहुंचे और दोनो पक्षों के बीच समझाइश के प्रयास किए । दरअसल पूरा मामला शमशान के विवादित रास्ते को लेकर जुड़ा है जो तिलोली ग्राम पंचायत के देवनगर गांव से सामने आया है । गांव में 80 वर्षीय महिला जम्मी देवी का निधन होने के बाद परिवार जन और ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए मृतका की देह को शमशान लेकर निकले लेकिन शमशान भूमि पर पहुंचते ही शमशान के रास्ते पर गांव के ही कुछ लोगो ने शव यात्रा को यह बताकर रोक दिया की उक्त रास्ता निजी है और उनकी खातेदारी जमीन से होकर निकल रहा है इस बीच दोनो पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई और विवाद खड़ा हो गया । ग्रामीणों ने सार्वजनिक रास्ता बताते हुए आगे जाने का प्रयास किया लेकिन दूसरे पक्ष ने ग्रामीणों को आगे जाने नही दिया और रोक दिया तो ग्रामीण वही शव लेकर बीच रास्ते में बैठ गए । इस दौरान समझाइश करने आसींद तहसीलदार जयसिंह और आसींद थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनो पक्षों से वार्ता कर मामले को शांत करने का प्रयास किया । इस रास्ते को लेकर पूर्व में भी विवाद खड़ा हुआ था जो एक बार फिर सोमवार के दिन देखने को मिला ।


