राजेन्द्र बबलू पोखरना
कोटड़ी
स्मार्ट हलचल।मेंवाड़ अंचल की आस्था का धाम मुख्यालय स्थित भगवान श्रीचारभुजानाथ के दरबार में बुधवार को अमावस्या के कारण श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। अमावस्या पर पंहुचने वाले भक्त नंगे पांव पेदल चल कर भगवान के दर पर मत्था टेक अपनी मन्नत पूरी करते रहे। मन्दिर परिसर में भक्तों की लंबी कतार में खड़े रह कर अपनी बारी का इन्तजार करने के बाद प्रभू के दर्शन कर अपने को धन्य महसूस किया। इस अवसर पर सुबह भगवान का पण्डितों के मन्त्रोच्चारण के साथ दूध व पंचामृत से अभिषेक किया गया। वहीं स्वर्णजड़ित आभूषणों की पोषाक धारण करा महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। अमावस्या का विशेष महत्व होने के कारण दिनभर भक्तों की रेलमपेल रही। भक्त हाथों में धान की थेली, प्रसाद व अगरबत्ती लेकर पंहुच रहे थे। छोटे से लेकर बुजुर्ग महिला-पुरूष प्रभू के दर्शन करने को आतूर नजर आए। भीड़ को लेकर पुलिस प्रशासन, मन्दिर ट्रस्ट व श्रद्धालु भक्तों को दर्शन कराने के लिए विशेष व्यवस्था में जुटे रहे। साथ ही श्रीचारभुजा मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया, सचिव श्याम सुन्दर चेचाणी व ट्रस्ट के पदाधिकारियों की मौजूदगी में मन्दिर परिसर में रखे भेंट पात्रों को भक्तों की उपस्थिति में खोला गया तो भक्तों ने राशि के ढ़ेर को देख कर श्रीचारभुजानाथ के जयकारों से मन्दिर परिसर को गूंजा दिया। जिसे सेवानिवृत्त कर्मचारियों के सहयोग से गिनती की गई। अध्यक्ष गाड़ोदिया ने बताया कि भेंट पात्र से 32 लाख 11 हजार 278 रूपयों निकले। वहीं महिने के दौरान 8 लाख 74 हजार 594 रूपय रसीदों से तथा 3 लाख 21 हजार 571 रूपये ऑन लाईन भक्तों के द्वारा डाले गए। उन्होने बताया कि इस माह 45 लाख 7 हजार 441 रूपये भक्तों के द्वारा प्राप्त हुए। साथ ही 1 किलो 560 ग्राम चान्दी के आभूषण भी भक्तों के द्वारा प्रभू के श्रीचरणों में चढ़ाए गए। जिन्हें ट्रस्ट के बही खातों में इन्द्राज किया गया। पिछले पांच दिन चल रही रिमझिम बरसात के चलते सुहावने मोसम में दिनभर क्षेत्रीय भजन कलाकारों ने भगवान श्रीचारभुजानाथ पर आधारित भजनों की प्रस्तूती पर भक्त नाचते नजर आए। कस्बावासियों ने भी भक्तों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की। किराना, कपड़ा, आभूषण, जुत्ते-चप्पल, सोन्दर्य प्रसाधन, छतरी, प्लास्टिक सहित सभी दूकानों पर भी खरीददारी करने वाले भक्तों की भीड़ दिखाई दी। वहीं खासकर स्कूल खुलने का समय नजदीक आने से नन्हें बालकों के लिए स्टेशनरी, बेग तथा अन्य सामग्री की दूकानों पर खासी भीड़ रही। प्रभू के भेंटपात्र में निरन्तर प्रति माह हो रही वृद्धि के चलते भक्तों के चहरे पर विशेष खुशी नजर आ रही थी।