शाहपुरा@(किशन वैष्णव)राज्य सरकार के अवैध अतिक्रमण व अवैध खनन पर कार्यवाही को लेकर अभियान तो चला रखा है और अनेक स्थानों पर अतिक्रमण की शिकायतों के बाद अतिक्रमण भी हटा रहे हैं।जिले में अभी भी आधे से ज्यादा गांवो में अवैध खनन और अवैध अतिक्रमण दिन ब दिन धड्डले से पनपता जा रहा है वही खामोर में सरकारी व बिलानाम,चरागाह भूमि पर कब्जा,अतिक्रमण कर बाड़े व खेत बना दिए गए हैं जिले में सबसे ज्यादा अवैध खनन और अवैध अतिक्रमण सायद और कही नही होगा।जिसकी जानकारी स्थानीय व उच्चअधिकारियों को होते हुए भी मूक दर्शक बने अपना ड्यूटी समय गुजार कर निकल लेते हैं।शाहपुरा नव निर्मित जिले में अवैध खनन व अवैध अतिक्रमण को लेकर जिला कलेक्टर टीकम चंद बोहरा ने माफियाओं में खौफ पैदा कर दिया था।आमजन की शिकायतों को तुरंत प्रभाव से निपटाने में समय नही लगाते थे।लेकिन अभियान और बोहरा के स्थानांतरण के बाद फिर अवैध खनन माफियाओ ने क्षेत्र में अवैध खनन शुरू कर पांव फैलाना शुरु कर दिया,रात दिन चरागाह व अवैध सरकारी भूमि पर कब्जा कर खनन कर सैकड़ो टन पत्थर रोजाना निकाला जा रहा है शाहपुरा जिले के गांवों में अधिकतर पत्थर सप्लाई यहां से होता है।वही अवैध अतिक्रमण माफियाओं का भी राज यहां वर्षो से जमे हुए हैं राजनीति वोट बैंक के चलते राजनेतिक जनप्रतिनिधि भी कार्यवाही में कोताही बरत रहे हैं।जिला कलेक्टर टीकम चंद बोहरा के अवैध खनन माफियाओ पर चले अभियान के तहत भी यहां स्थित अवैध खनन माफियाओं पर खासी कार्यवाही नही हुई।वही स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी संदेह के घेरे में दिखाई देती है जिससे अवैध खनन और अवैध अतिक्रमण में धीरे धीरे सरकारी,चरागाह व अन्य बिलानाम भूमि पर प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर अवैध खनन और अवैध अतिक्रमण का डेरा डाल रखा है साथ ही बाड़े बना कर अधिकार जमा रखा है,शिकायत पर कार्यवाही होती है लेकिन शिकायत कोई करता नही क्युकी या तो लोग प्रभावशाली माफियाओं से डरते हैं या खुद माफिया बन काला गोरखधंधा चला रखा है,यहां आस पास अनेक खदाने है जिससे अवैध रुप से खुदाई कर पत्थर निकाल कर अवैध रॉयल्टी देकर परिवहन करते हैं।जेसीबी,डंपर सहित अवैध रूप से कंप्रेसर से खुदाई की जाती है।अवैध अतिक्रमण कर सैकड़ो बाड़े बना रखे हैं।अधिकार जमा रखा है।सार्वजनिक प्रयोजनार्थ आरक्षित भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर लोगो द्वारा विद्युत कनेक्शन लगा रखा है।वही क्षेत्र में अवैध अतिक्रमणसुदा जमीन पर विद्युत विभाग ने अवैध विद्युत कनेक्शन जारी कर रखे हैं।जानकारी के बाद भी जिले के सरकारी नुमाइंदे मूक दर्शक बने बैठे है।