फुलिया कला-:जन-जन की आस्था का केंद्र धनोप माता के मन्दिर जो कि शाहपुरा से मात्र 35 किलोमीटर है यहा अष्टमी के दिन दिनभर भक्तो का अंबार लगा रहा,सप्तमी की रात से ही लोग धनोप माता शक्तिपीठ के आस-पास के क्षेत्रों से पैदल माता रानी के आते है।रास्ते मे जगह-जगह भक्तो के लिए लंगर लगे होते है जिससे भक्तो को चाय-पानी व फल-फ्रूट उपलब्ध होता है जिससे भक्तो को आराम भी मिल जाता है भक्त लोग सप्तमी की रात को डीजे के साथ माता रानी के भजनों पर नाचते-गाते पैदल आते है व अष्टमी के दर्शन करते है । शनिवार को अष्टमी के दिन सुबह से ही दिन भर भक्तो की भीड़ लगी रही आज के शुभ दिन लोगो ने अपने नए यातायात के साधनों की पुजा करवाई व धनोप माता के दर्शन किये तथा माता रानी से अपनी मनोकामना पुरी होने के लिए फुल-पाती लेकर आशीर्वाद लिया।