सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- धनतेरस पर्व पर आज महिलाओं ने भगवान कुबेर और देवी लक्ष्मी के प्रतीक के रूप में पीली मिट्टी घर लाने की परंपरा निभाई । इसे लक्ष्मी के रूप में मानते हुए घर और पूजा स्थान पर लिपा गया, जिससे लक्ष्मी का वास माना जाता है । जहां धनतेरस पर सोना-चांदी के जेवरात खरीदने की परंपरा के साथ है, वही आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा अल सुबह पीली मिट्टी की पूजा कर उसे घर लाने का रिवाज है । इसे घर पर लाने से संपन्नता का वास होता है, माना जाता है कि जितनी अधिक मिट्टी लाएंगे, उतनी ही अधिक समृद्धि घर में होगी । सवाईपुर कस्बे सहित सोपुरा, सालरिया, ढ़ेलाणा, बड़ला, बनकाखेड़ा, चावंडिया, ककरोलिया माफी, लसाड़िया, रेड़वास, गोठड़ा, किशनगढ़, रघुनाथपुरा, कुड़ी, बोरखेड़ा, बोर्डियास, खजीना, कांदा, खरेड़ आदि कई गांवों में पीली मिट्टी की खदान में महिलाएं पूजा अर्चना करके पीली मिट्टी लेकर घर पहुंची । आज धनतेरस पर महिलाएं सुबह-सुबह ही पीली मिट्टी लेने के लिए गईं । खदान पर चारों ओर मिट्टी निकालने वालों की भीड़ दिखाई दी और महिलाएं अपने परिजनों के साथ गईं । खदान पर पहुंचने से पहले, महिलाओं ने वहां दीपक और अगरबत्ती लगाकर पूजा की और फिर मिट्टी निकाली । घर पहुंचने पर इसे पूजा करने से पूर्व पूजा स्थल पर लीपा जाएगा।