सुबह प्रशासन पहुंचा ग्रामीणों की मदद से मरम्मत कर टूटी पाल को सही करवाया
ग्रामीणों द्वारा प्रशासन को रात्रि में फोन करने पर कोई मदद नही करने का लगाया आरोप
ग्रामीण रातभर घरों व बाड़ों से जानवर पशुओं को सुरक्षित स्थान पर निकालने के लिए मशक्कत करते रहे
स्मार्ट हलचल देवली/देवली उपखण्ड मुख्यालय से कुछ किलोमीटर बसे देवली गांव का तेजाजी के पास वाला तालाब भारी बारिश के चलते अत्यधिक पानी की आवक होने से 4 सितंबर बुधवार की रात्रि को अचानक टूट गया गांव व बस्ती में पानी आने के बाद ग्रामीणों को पता चला तो गांव में रात्रि होने से हड़कंप मच उठा ग्रामीण बाड़े व निचले स्थानों पर रह रहे पशु जानवरो को सारी रात बड़ी मशक्कत कर सुरक्षित जगह पर निकाले।घटना की सूचना देने पर प्रशासन ने ग्रामीणों की कोई मदद नही की रात को ही ग्रामीण टॉर्च,रस्सियां फंटे आदि लेकर तालाब पर पहुंच कर पानी को रोकने का काफी प्रयास किया मगर कामयाब नही हो पाए।सुबह होने पर फिर ग्रामीणों ने रेस्क्यू की तर्ज पर जेसीबी की मदद से पानी के बहाव वाली जगह तिरपाल,फंटे आदि लगा कर पानी को रोक कर मिट्टी डाल टूटे तालाब को सही किया। ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि रात को तालाब अचानक फूट गया जिससे ग्रामीण अपने जानवरों सुरक्षित जगह पर निकालने के लिए रात भर मशक्कत करते रहे लेकिन प्रशासन को कई बार फोन करने के बाद किसी ने भी नहीं सुनी खुद ग्रामीणों ने हिम्मत जुटा कर मुसीबत का सामना किया।जबकि राज्य सरकार व जिला प्रशासन द्वारा आपदा प्रबंधन व बाढ़ राह के लिए 24 घण्टे कार्मिक नियुक्त कर उनको निर्देश भी दे रखे है तथा आपदा बाढ़ राहत हेल्पलाइन आदि का बंदोबस्त भी ग्रामीणों के काम नही आया है।गुरुवार को सुबह प्रशासन की ओर से तहसीलदार देवली एवं ग्राम पंचायत पटवारी तथा ग्राम पंचायत सचिव मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों की मदद से पाल की मरम्मत कर पानी को रोक दिया गया है। गुरुवार को भी देवली उपखण्ड के दूनी,घाड,चन्दवाड,आंवा,पनवाड़, राजमहल,बंथली आदि क्षेत्र में रुक रुक कर बारिश हुई जबकि तीन दिन से सभी छोटे मोटे नाले,तालाब आदि उफान पर है।