शाहपुरा@(किशन वैष्णव )मंगलवार रात खामोर क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई, जिससे आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा,रात 1 बजे से सुबह 6 बजे तक,5 घंटे बिजली गुल रही। इस दौरान उमस भरी गर्मी और मच्छरों ने बच्चों, बुज़ुर्गों और रोगियों की परेशानियाँ बढ़ा दीं।परेशान परिवारों ने पूरी रात जागकर काटी।बिजली बंद रहने से पंखे,कूलर और अन्य उपकरण बंद हो गए। इनवेटर भी डिस्चार्ज हो गए,एक ग्रामीण महिला ने कहा,रातभर बच्चे मच्छरों से परेशान रहे। इतनी गर्मी थी कि उन्हें सुलाना नामुमकिन हो गया।आए दिन इस प्रकार की परेशानी ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गई।ग्रामीणों ने डिस्कॉम के अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आए दिन समस्या रहती है बिजली गुल होने की सूचना देने के बाद भी कोई संतोषजनक समाधान नहीं होता है।जेईएन मुन्नाराम से जब जानकारी चाही गई तो उन्होंने सिर्फ फॉल्ट हो गया था कहकर बात समाप्त कर दी।
ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने पर भी अधिकारी समस्या को लेकर गंभीर नहीं होते।जैसे उन्हें मनमर्जी से काम करने की छूट मिल गई है और आमजन की परेशानियों की कोई परवाह नहीं की जाती।बार-बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती। बिजली जाने पर अधिकारी बस फॉल्ट का बहाना बनाकर मनमानी कर देते हैं।लोग परेशान हैं।ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि समय पर बिजली बहाल करने के लिए जवाबदेही तय की जाए,बार‑बार आने वाले फॉल्ट पर नियंत्रण हो,मनमानी करने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे धरना प्रदर्शन करेंगे।इस मामले में जब लाइनमैन बलवंत से बात की गई तो उन्होंने दोहरा बयान दिया। पहले उन्होंने कहा कि फॉल्ट था, लेकिन लोकेशन की जानकार उन्हें नहीं है उन्होंने कहा कि 2 से 3 बार टेस्ट करने पर ऑटोमैटिक फॉल्ट निकल गया और सुबह 6 बजे लाइट स्वतः चालू हो गई।5 घंटे बंद रहने के बाद टेस्ट करने से स्वत: कैसे लाइट चालू हो गई,विभाग पर गंभीर सवाल है।जबकि लाइनमैन को न तो फॉल्ट की जानकारी थी और न ही यह पता था कि बिजली कब बंद हुई और कब चालू हुई।वही जेईएन मुन्नाराम ने इसे फॉल्ट बताया।इससे साफ तौर पर डिस्कॉम कर्मचारियों की लापरवाही उजागर होती है।