कस्बे वासी बर्षो से पी रहे हैं खारा पानी, फ्लोराइड जनित बीमारियों का हो रहे शिकार,Diseases caused by salty water and fluoride
कई जोनों में रातभर जगा कर लोग भर रहे हैं पानी
दिनेश लेखी
कठूमर। स्मार्ट हलचल/उपखंड मुख्यालय पर जलदाय विभाग द्वारा वर्षों से खारा पानी सप्लाई किया जा रहा है। और ये पानी इतना खारा है कि आमजन तो दूर की बात है बल्कि पशुओं के पीने योग्य नहीं है।, अब तो पानी इतना खारा हो गया है कि कूलर आदि पर भी नमक की परतें दिखने लगी है। खारे पानी के सेवन से लोग असमय बुढ़े दिखाई देने लगे हैं। लोगों के घुटनों में दर्द, सफ़ेद बाल, चेहरे पर झाइयां आदि इसके दुष्प्रभाव सामने आ रहे हैं। इस खारे पानी की सप्लाई भी अड़तालीस से 72 घंटे में हो रही है।
जानकारी के अनुसार कठूमर कस्बे की पानी की सप्लाई को आठ जोन में बांट रखा है। जिंनमे एक दिन में मैंन बाजार, द्वारका, जैन मंदिर, हलवाई तथा दूसरे दिन पत्रकार लाइन,नेमी मौहल्ला, सोती मौहल्ला व मोती बजाज के मौहल्ले में सप्लाई दी जाती है।हर दिन चार जोन को पानी दिया जा रहा है,इस प्रकार अड़तालीस घंटे में एक बार नलों में पानी की सप्लाई दी जाती है, कभी कभी विधुत की कमी, या मोटर आदि के जल जाने, ट्यूबवेलो पर तकनीकी कमी के चलते इस सप्लाई का समय तीन से पांच दिन तक पहुंच जाता है।
विभाग की मानें तो कठूमर कस्बे में सात ट्यूबवेल से पानी की सप्लाई की जा रही है। विभागीय दावे के अनुसार इनमें दो को छोड़कर शेष पांच ट्यूबवेल का पानी मीठा बताया जाता है। लेकिन कस्बे वासियों का कहना है कि नलों में तो खारे पानी की सप्लाई होती है। और यह पानी किसी भी प्रकार से पीने के योग्य नहीं है।
कस्बे वासियों के रोजमर्रा के कामों में मीठे पानी के जुगाड करना भी शामिल हैं। कस्बे वासियों को मीठे पानी के जुगाड में रिक्शे, बाइक, सहित पैदल घूमते देखा जा सकता है।
दूसरी ओर जेजे एम योजना का काम देरी से चलने के कारण आधा कस्बा प्यासा बैठा है। कस्बे की दलित बस्ती सहित खेरली रोड, खेरली बाईपास, मसारी रोड सहित अनेक हिस्से जैसे तैसे करके पानी का इंतजाम कर रहे हैं।
इनका क्या कहना है:-
नलों मे खारे पानी की सप्लाई की जा रही है। और इस पानी का भी घंटों इंतजार करना पड़ता है। यह पानी पीने योग्य नहीं है। खारे पानी के लगातार उपयोग शारिरिक समस्या उत्पन्न हो रही है। छैलबिहारी अग्रवाल निवासी कठूमर
कस्बे में मीठे पानी की बड़ी दिक्कत है, जेजे एम योजना में लगे ट्यूबवेल का पानी भी मीठा नहीं बताया जा रहा है । कस्बे वासियों को अब ईआईसीपी से मीठे पानी की उम्मीद है।
धर्मपाल लेखी निवासी कठूमर
विभाग द्वारा खारे व मीठे पानी के ट्यूबवेलो का पानी मिलाकर सप्लाई किया जा रहा है। जेजे एम योजना में अधिकतर जल स्रोतो का पानी पीने योग्य है। जिसकी सप्लाई शुरू होने पर पानी के खारेपन में कमी आयेगी।
राहुल अवस्थी सहायक अभियंता पीएचईडी कठूमर